सुरक्षित सेक्स के लिए जरुरी हैं इन टिप्स को ट्राई करना

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
हर व्‍यक्ति के लिए कामुकता का आनंद लेना महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके लिए सुरक्षित और स्वस्थ दृष्टिकोण भी जरूरी है. कई बार, हम उस पल में प्रोटेक्‍शन नहीं ले पाते हैं और यौन संक्रमण और बीमारियों को बढ़ावा दे देते हैं. सुरक्षित सेक्स का अभ्यास करना और इसके बारे में खुद को शिक्षित करना आपको संक्रमित होने से रोक सकता है और गर्भवती होने के आपके जोखिम को भी कम कर सकता है.

👉 नशे से बचें
अत्‍याधिक नशे में होने पर सेक्स से बचें. नशे में होने के कारण हो सकता है कि आप प्रोटेक्‍शन इस्‍तेमाल न कर पाएं. यह टेस्टोस्टेरोन के स्तर को भी कम करता है.

👉 नए कंडोम का इस्‍तेमाल करें
एक कंडोम का इस्‍तेमाल एक बार ही करें. इसके अलावा उपयोग से पहले कंडोम की एक्‍सपायरी डेट भी जरूर जांच लें.

👉 जोखिम गतिविधियों से बचें
अपना आत्मविश्वास बढ़ाएं और कम जोखिम वाली गतिविधियों का अभ्यास करें. यह विश्वास और संचार बनाने में मदद करता है.

👉 डॉक्‍टर है जरूरी
यदि आप किसी प्रकार के यौन दुर्व्यवहार से गुजरे हैं, जिससे आपका वर्तमान यौन जीवन प्रभावित हो रहा है और सेक्स के दौरान आपको असुरक्षित महसूस हो रहा है, तो डॉक्‍टर, परामर्शदाता से सलाह जरूर लें

👉 टेस्‍ट है जरूरी
सेक्स के बाद बार-बार टेस्‍ट करें. जब आप टेस्‍ट करवा रहे हों, तो सुनिश्चित करें कि आप जितना संभव हो उतने एसटीडी के लिए टेस्‍ट करवा लें… जैसे गोनोरिया, क्लैमिडिया, हेपेटाइटिस, एचआईवी, हर्पीस और सिफलिस कुछ उदाहरण हैं.

👉 टीकाकरण है जरूरी
यदि आपकी उम्र 26 वर्ष से कम है, तो एचपीवी के खिलाफ खुद को बचाने के लिए टीकाकरण सबसे अच्छा है.

👉 सेक्‍स के बाद टॉयलेट जाना
हो सकता है यह आपको अजीब लगे लेकिन सेक्स के बाद पेशाब करना सबसे अच्छा रहता है. यौन संभोग आपके मूत्राशय को प्रभावित कर सकता है जो संक्रमण का कारण बनता है.

👉 दो कंडोम नहीं है सुरक्षित
यह एक मिथक है और यह कंडोम के फटने की संभावना से ज्यादा खतरनाक है. दो कंडोम एक-दूसरे से रगड़ खा सकते हैं और संभावना है कि फट सकते हैं जिससे आपके अंदर शुक्राणु रह सकते हैं.

👉 बातचीत है जरूरी
अपनी जरूरतों और पाटर्नर से अपनी इच्‍छा को लेकर शर्माएं नहीं. साथी से बात करें. अपने साथी को ये बताएं कि आपको क्‍या चीज आरामदायक लगती है और क्‍या नहीं. अगर आप किसी यौन दुर्व्यवहार से गुजरे हैं तो आपको अपने साथी के साथ यह साझा करना चाहिए कि आप कब असहज हैं और आपके सहयोगी आपको कैसे सहज बना सकते हैं.