सावधान- तूफ़ान को लेकर मौसम विभाग का एक बार फिर हाई अलर्ट जारी

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नई दिल्ली:– राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र व मौसम विभाग की ओर से जारी तूफान व बवंडर के अलर्ट के बाद राज्य सरकार ने सभी जिलों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है। आदेश जारी कर प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस व सेहत विभाग को 24 घंटे अलर्ट पर रहने और सभी प्रबंध पुख्ता करने के आदेश जारी किए गए हैं। 8 मई को इस तूफान व बवंडर के पंजाब व हरियाणा में पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।

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तूफान व बवंडर आने पर पानी, बिजली व इंटरनैट सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं। मौसम विभाग ने लोगों को पूरी तरह से अलर्ट और घर पर ही रहने को कहा है। कल रात करीब 11.20 बजे 70 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तूफान दिल्ली-एनसीआर से गुजरा| कल रात दिल्ली एनसीआर में धूल भरी आंधी आई, कई जगह बिजली गुल हो गई, पेड़ भी गिरे, हल्की बूंदाबांदी भी हुई| धूल भरी आंधी की वजह से सड़कों पर रोशनी कम हो गई| मौसम विभाग का कहना है कि आज दोपहर में तेज हवाएं और बारिश हो सकती हैं|

 

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राहत की बात ये रही कि इस तूफान के बाद किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं आई| दिल्ली और हरियाणा के बाद तूफान ने उत्तराखंड और हिमाचल की ओर रुख किया है| उत्तर भारत और देश के पूर्वी हिस्सों में रहने वाले आज सावधान रहें, क्योंकि आज भारी बारिश, आंधी और तूफान की आशंका है|

उत्तराखंड में मौसम खराब, 15 साल बाद बद्रीनाथ में मई में बर्फबारी
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में मौसम खराब होना शुरू हो चुका है| पहाड़ी इलाकों में तेज आंधी तूफान, बारिश के साथ साथ ओले भी गिरे हैं| चमोली में कल दिन से मौसम खराब होना शुरू हो गया और बारिश होने लगी| बदरीनाथ धाम में भी बर्फबारी हुई है जो बताया जा रहा है कि करीब 15 साल बाद बदरीनाथ में मई के महीने में बर्फबारी हुई है| हालांकि उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्सों में मौसम खराब नहीं है लेकिन पहाड़ी इलाकों में इसका असर जरूर देखने को मिल रहा है| खासकर चमोली और आसपास में इसका असर देखने को मिला है| चमोली में कई जगह पेड़ और बिजली के खंभे तूफान में गिर गए|

क्या है तूफान का सबसे बड़ा कारण
तूफ़ान आने के पीछे कारण पश्चमी विक्षोभ यानि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस है| मौसम विभाग ने बताया की वेस्टर्न डिस्टर्बेंस भूमध्य सागर से उठी तूफानी हवाओ को खा जाता है, इसमें तेज आंधी तूफ़ान और गरज के साथ आयी बारिस को बोलते है मौसम विभाग के अनुसार एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस जम्मू कश्मीर के ऊपरी हिस्से में बना हुआ है| क्योकि दिल्ली काम दबाव का क्षेत्र है बंगाल की खाड़ी से आ रही हवाओ और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के टकराव होने की वजह से तूफान का रूप ले लिया|
तूफ़ान तेज गर्मी और जमींन में आयी नमी और वातावरण में अस्थिरता और तूफानी सक्रियता रहे| जम्मू कश्मीर और हिमाचल के ऊपर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और उत्तरी राजस्थान में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने के कारण आंधी तूफान के हालात बने| मौसम विज्ञान के अनुसार दक्षिण भारत में तेलंगाना से लेकर चेन्नई तक कम दबाव की रेखा बनने के कारण पंजाब और हरियाणा तथा दिल्ली के मौसम में बदलाव देखा जा रहा है| इसके कारण पहाड़ी क्षेत्र से लेकर मध्य प्रदेश तक बारिश की आशंका है|

क्या सावधानी बरतें
>घर में अपनी पानी की टंकी को भर कर रखें।
>दरवाजे-खिड़कियां पूरी तरह बंद रखें।
>खाने का स्टाक रखें।
>फोन चार्ज कर रखें।
>छत पर कुछ न रखें।
>मोमबत्ती, बैटरी संभाल कर रखें।
>तूफान आने पर अपनी लाइट का मेन स्विच आफ कर दें।
>तूफान के समय फोन न करें।