दिल्‍ली लेबर वेलफेयर बोर्ड में निकले फर्जी श्रमिक,केजरीवाल ने किया 139 करोड़ का घोटाला

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दिल्ली:

दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविन्द केजरीवाल एक बार फिर से घोटाला करने का आरोप लगा है | घोटाले का आरोप श्रम विभाग से जुड़ा हुआ है | दिल्ली लेबर यूनियन के अध्यक्ष सुखबीर शर्मा ने केजरीवाल सरकार पर कंस्ट्रशन लेबर बोर्ड में 139 करोड़ रुपये बाटने का आरोप लगाया है |दिल्ली लेबर वेलफयर बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष (एसीबी) भ्रष्टाचार निरोधक शाखा,की शिकायत पर श्रम विभाग के खिलाफ 6 धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज जांच शुरू कर दी है |

सुखबीर शर्मा का आरोप है कि श्रम विभाग ने 139 करोड़ रुपए फर्जी मजूदूरों को आवंटित किया है। विभाग का कहना कि ट्रेड यूनियनों ने फर्जी मजदूरों को अपनी कंपनी रजिस्टर्ड कर दिखाया है | दिल्ली के कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों को मिलने वाली सुविधा को आम आदमी पार्टी के वॉलेंटियर्स को फर्जी श्रमिक बनाकर बांट दिया |

एंटी करप्शन ब्रांच ने आरोपों कि पुष्टि कि और सही पाया और विभाग के कई अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया। एफआइआर में 139 करोड़ रुपये के घोटाले की बात कही गई है। एसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने केस दर्ज करने की पुष्टि की है। एसीबी द्वारा मुक़दमे दर्ज करने से पहले जांच कि तो उसमे अवैध तरीके से कामकाजी लोगो का बोर्ड में पंजीकरण करवाया था।

दिल्ली लेबर वेलफेयर बोर्ड में पंजीकरण कराने पर सरकार की तरफ से मजदूरों को 17 तरह की सुविधाएं प्रदान कि जाती हैं। बच्चों की पढ़ाई, मजदूरों की पत्नी व महिला कर्मियों के गर्भवती होने पर मातृत्व मद व शादी आदि में मदद के तौर पे पैसे दिए जाते हैं। मजदूरों को और भी कई सुविधाएं भी दी जाती है | केजरीवाल सरकार ने अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए कई लोगो को अवैध तरीके से बोर्ड में पंजीकरण करवाया था |