दो घंटे टेली मेडिसिन सेवाएं प्रदान करें : बृजेश पाठक

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
– मरीजों की दिक्कतों को कम करने की दिशा में उठाया जरूरी कदम
लखनऊ / अब मरीजों को उपचार के लिए अस्पतालों की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। मरीज टेलीमेडिसिन के माध्यम से घर बैठे उपचार की सुविधा हासिल कर सकेंगे। टेलीमेडिसिन को रफ्तार देने के लिए नियमित रूप से सुविधा मरीजों को उपलब्ध कराई जाये। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए हैं। जिसमें उन्होंने कहा कि प्रत्येक चिकित्सा ईकाई टेलीमेडिसिन सेवाएं प्रदान करें। प्रत्येक कार्यदिवस में सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक अनिवार्य रूप से टेली मेडिसिन सेवाएं प्रदान करें। उप मुख्यमंत्री ट्वीटर भी जानकारी साझा की है। मेडिकल कॉलेज व टेली मेडिसिन के माध्यम से उनसे जुड़े संस्थान मरीजों को जागरूक करें। टेली मेडिसिन के फायदों के बारे में बतायें। प्रचार प्रसार करें। ताकि अधिक से अधिक लोगों को उसका लाभ मिल सके। टेली मेडिसिन के माध्यम से मरीज को लक्षणों के आधार पर सलाह दें। जांच रिपोर्ट भी देखें। इससे छोटी समस्याओं के लिए मरीजों को अस्पताल आने से बचा सकेंगे। इससे अस्पतालों में मरीजों का दबाव भी कम होगा। उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने बताया कि टेलीमेडिसिन सेवा ने डिजिटल स्वास्थ्य के मामले में शहरी और ग्रामीण भारत के बीच मौजूद अंतर को पाटकर स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को सहयोग देना शुरू कर दिया है। यह सेवा माध्यमिक और तृतीयक स्तर के अस्पतालों पर बोझ को कम करते हुए जमीनी स्तर पर डॉक्टरों और विशेषज्ञों की कमी को भी दूर कर रही है। केजीएमयू, पीजीआई व लोहिया संस्थान जैसे संस्थान ई-संजीवनी के माध्यम से मरीजों को राहत पहुंचाने की दिशा में प्रभावी कदम उठायें।