B.Ed संघर्ष मोर्चा ने प्राइमरी शिक्षक भर्ती की रोक को लेकर जताया विरोध ,

रीडर टाइम्स न्यूज़
शिवधीश त्रिपाठी
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को असंवैधानिक बताते हुए जिसमे बीएड अभ्यर्थियों को (पीआरटी) प्राइमरी शिक्षक भर्ती की परीक्षाओं में बैठने से रोका गया है । जिससे करोड़ों युवाओं का रोजगार पाने का सपना चूर – चूर हो गया है इसी का विरोध करते हुए B.Ed संघर्ष मोर्चा ने शहर में  एक रैली भी निकाली थी। जिसमें सभी युवाओं ने सुप्रीम कोर्ट के इस आदेश को गलत करार देते हुए अपना रोष जताया था । उसी कड़ी में इन  युवाओं ने राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार नितिन अग्रवाल को हरदोई में उनके आवास पर ही B.Ed संघर्ष मोर्चा ने अपने मुखिया से अपना दर्द  बताते हुए इस आदेश को बर्खास्त कराने की मांग की है । B.Ed संघर्ष मोर्चा के सदस्य सलिल मिश्रा ने राज्य मंत्री को बताया कि अगर B.Ed के विद्यार्थियों की बात का संज्ञान नहीं लिया गया तो देश में मोदी का जो सपना है कि हर युवा को रोजगार देंगे वह अपने आप ही झूठा साबित हो जाएगा योगी के शासनकाल में युवाओं को रोजगार देने की बात बराबर की जा रही है लेकिन कोर्ट के इस आदेश में पढ़े-लिखे युवाओं के हाथ में फावड़ा देने का कार्य कर दिया है बीएड अभ्यर्थियों को समझ में नहीं आ रहा है कि वह अपने सपनों को एवं अपने जीवन को अब कैसे आगे बढ़ाएंगे सभी युवाओं ने मंत्री नितिन अग्रवाल पर भरोसा जताते हुए कहा है कि आप ही इस बात को सदन में उठाकर कोर्ट के इस आदेश को संशोधित करा सकते हैं इस पर राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार नितिन अग्रवाल ने सभी विद्यार्थियों को आश्वस्त किया कि वह आपकी इस बात को ऊपर तक पहुंचाएंगे और पूरी कोशिश करेंगे कि कोर्ट के इस आदेश में संशोधन करके सभी B.ed धारकों को पीआरटी में परीक्षा देने की अनुमति दी जाए इस दौरान प्रमुख रूप से भाजपा युवा नेता प्रियम मिश्रा , अमित त्रिवेदी रानू एवम् B.Ed संघर्ष मोर्चा के प्रमुख सदस्य अरुण वर्मा आकाश द्विवेदी एवं सलिल मिश्रा के साथ-साथ सैकड़ो पीड़ित युवा मौजूद रहे।