बेड नहीं तो स्ट्रेचर,एंबुलेंस में करें इलाज मरीज को वापस ना भेजें : बृजेश पाठक

अजय पांडेय
रीडर टाइम्स न्यूज़

1- मारिजो के उपचार में कोताही ना बरतने का निर्देश
2-मरीज को भगवान मानकर करें सेवा

गुरुवार को संजय गांधी परास्नातक आयूरविज्ञान संस्थान के 40 वे स्थापना दिवस पर उपमुख्यमन्त्री ब्रिजेश पाठक ने मरीज़ों के इलाज में कोताही ना करने का स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होने कहा कि यहां लोग बहुत उम्मीद लेकर अपने परिवारजनों को लेकर आते हैं बिस्तर नहीं खाली है कह कर आप लोग वापस कर देते हैं ऐसा ना करें बिस्तर नहीं है तो स्ट्रेकचर या एम्बुलेंस में ही जाकर प्राथमिक उपचार दे।
उन्होने कहा कि एक भी मरिज बिना इलाज वापस नहीं जाना चाहिए उन्हें नोडल व्यवस्था बनाने की जरुरत प्रति बल दिया उन्होने कहा कि लखनऊ में तीन बड़ी चिकित्सा संस्थानों के अलावा कई और सरकारी अस्पताल हैं यहां बिस्तर नहीं है तो आपसी सामंजस्य से किसी भी दूसरे अस्पताल में इलाज शुरू किया जा सकता है अगर आप दूर जाकर इलाज नहीं कर सकते तो कम से कम अस्पताल में आए हर मरीज को भगवान मानकर सेवा और इलाज करें डॉक्टर के लिए अपना और पराया मरीज नहीं होता डॉक्टर को अपनी कोशिश करनी चाहिए जीवन मृत्यु ईश्वर के हाथ में है हमारे ऊपर 25 करोड़ लोगों की जवाब देही होती है संस्थान हर स्तर पर मदद कर रहे हैं किसी भी चीज की कमी नहीं होने देंगे।

चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने कहा की अपने लक्ष्य को दोगुना करें संस्थान से प्रदेश के लोगों की काफी अपेक्षाएं हैं जो डॉक्टर कारर्पोरेट अस्पताल गए उनसे आय बढ़ाने को कहा जाता है। डॉक्टर का काम मरीज देखना है ना कि पैसा इकट्ठा करना डीन शालिन कुमार ने धन्यवाद ग्यापित किया। दवा की कीमत कम करने के लिए जेनेरिक मुख्य वक्ता जन स्वास्थ्य सहयोग के संस्थापक चिकित्सक रमन कटारिया ने कहा कि इलाज का खर्चा कम करने के लिए मरिज का अस्पताल में स्टे कम करने की जरूरत है हमने यह किया है कि एक दिन देखने के बाद सारी जाच कराते हैं और अगले दिन मरिज को देखकर दवा लिख देते हैं दवा की कीमत कम करने के लिए जेनेरिक दवा का इस्तेमाल किया जा सकता है।