रीडर टाइम्स डेस्क
आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत का जश्न तब फीका पड़ गया जब बेंगलुरु में भगदड़ के दौरान 11 लोगों की जान चली गई। आरसीबी ने पहली बार खिताब जीता तो बेंगलुरु में ट्रॉफी का जश्न बनाने लाखों प्रशंसक जमा हो गए ….

13 साल की दिव्यांशी ,19 साल की सहाना ,20 साल का भौमिक और 21 साल के श्रवण के यह वह नाम है जो अब दुनिया में नहीं रहे। बेंगलुरु में बुधवार को हुई जानलेवा भगदड़ में 11 लोगों की जान चली गई और 30 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। यह भगदड़ किसी धार्मिक आयोजन या किसी राजनीतिक रैली में नहीं बल्कि आईपीएल की टीम में रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु की जीत का जश्न मनाने के दौरान हुई। मरने वालों में 13 साल की किशोर से लेकर 33 की उम्र के लोग शामिल है।

दरअसल , भाजपा समेत तमाम राजनीतिक दलों ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया उनका कहना है कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच जारी अनबन की वजह से जरूरी व्यवस्थाओं में चुकी और इतना बड़ा हादसा हो गया। इन सबके बीच उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए जांच की रिपोर्ट सरकार को आने दीजिए और अगर कोई चूक हुई तो जो भी जिम्मेदार पाया गया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हादसे के बाद चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जूते चप्पलों का ढेर लगा हुआ था। जिन लोगों ने इस हादसे में अपनों को खोया उनके लिए जश्न पूरी तरह मताम में बदल चुका था। स्टेडियम के भीतर जब खिलाड़ी आईपीएल ट्रॉफी के साथ झूम रहे थे। तब स्टेडियम के बाहर लोग जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे थे। घायलों को अस्पताल पहुंचने तक के लिए भी लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। क्योंकि भीड़ की वजह से पूरा बेंगलुरु ठप पड़ा था और सड़कों पर लोगों को हुजूम उमड़ पड़ा था।

इकलौता बेटा खोने का दर्द –
अपने इंजीनियरिंग स्टूडेंट बेटे को खोने वाले गमगीन शब्द ने प्रशासन को दोषी ठहराते हुए कहा आपकी लापरवाही के कारण आज अपने बेटे मेरे जान ले ली मुझे आज मेरे बेटे का शव अपने साथ ले जाने की इजाजत दीजिए। मैं अपना एकलौता बेटा खोया है जो 22 साल का था आपका रवैया के कारण ही मेरा बेटा सड़कों पर लाश बन गया। वह मुझे बिना बताए यहां आ गया था हादसे के बाद राज्य सरकार की तरफ से सभी मृत्य को के परिजनों को 10-10 लाख मुआवजा देने का ऐलान किया गया। घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश भी दिए गए हैं वहीं सरकार की ओर से भी विधानसभा में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। स्टेडियम में बड़ी तरसती हुई भगदड़ के कारण 11 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग घायल हो गया।