अहमदाबाद प्लेन क्रैश में दर्द भरीं कहानिया … जुड़वा बच्चों की जान गई

रीडर टाइम्स डेस्क
इस विमान में बैठी एक युवती की कहानी ने पूरे देश को झंझोर कर रख दिया पायल खटीक नाम की यह लड़की अपनी पहली फ्लाइट यात्रा पर थी वह मूल रूप से राजस्थान के रहने वाली थी लेकिन पिछले कई वर्षों से उनका परिवार गुजरात की हिम्मतनगर में रह रहा था पायल एक निजी कंपनी में काम करती थी और कंपनी की ओर से उन्हें लंदन भेजा जा रहा था

पहली बार फ्लाइट में बैठी थी पायल
                                                           

पायल की यहां पहली हवाई यात्रा थी उनके पिता सुरेश भाई खटीक हिम्मतनगर में लोडिंग रिक्शा चलाकर परिवार का भरण पोषण करते थे उन्होंने बेहद कठिन परिस्थितियों में अपनी बेटी को पढ़ाया और एक अच्छी नौकरी तक पहुंचा सुरेश भाई ने अपने सपने में नहीं सोचा था कि जिस बेटी को उन्होंने संघर्षों के बीच पाल वह इस तरह अचानक उन्हें छोड़कर चली जाएगी पायल की मौत की खबर सुनते ही घर में कोहराम मच गया मां वैष्णो हो गई और पिता सुरेश फुट-फुट का रोने लगे उनके अनुसार बेटी ने कहा था कि पापा चिंता मत करना मैं बहुत संभाल कर जाऊंगी पहली बार फ्लाइट में बैठ रही हूं लेकिन सब ठीक रहेगा पायल की कहानी उन हजार सपनों की प्रतीक बन गई जो एक झटके में मलबे के नीचे दब गए एक पिता ने अपनी बेटी को उड़ान भरने के लिए पंख दिए थे लेकिन किस्मत ने उन्हें ऐसा जख्म दिया जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है।

डॉक्टर प्रतिक जोशी का परिवार प्लेन की आखिरी फोटो

खत्म हो गया डॉक्टर प्रतिक जोशी का पूरा परिवार –
एयर इंडिया विमान हादसे में राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई मृत्यु को में पति-पत्नी और उनके दो जुड़वा बच्चे और एक बेटा भी शामिल है विमान हादसे से पहले पूरे परिवार ने एक सेल्फी ली थी जो आखिरी साबित हुई इस घटना से पूरे बांसवाड़ा जिले में मातम पेरा हुआ है परिवार लंदन जा रहा था लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।

खुशबु राजपुरोहित डॉक्टर पति से मिलने जा रही थी लन्दन

एयरपोर्ट छोड़ने गए बेटी के साथ आखिरी फोटो –
बालोतरा के मदन सिंह राजपुरोहित अपनी बेटी खुशबु को अहमदाबाद एयरपोर्ट छोड़ने गए थे खुशबु लंदन में अपने डॉक्टर पति के पास जा रही थी। मदन सिंह जैसे ही एयरपोर्ट से घर लौटे उन्हें खबर मिली की जिस फ़्लैट से बेटी गई थी वह हादसे का शिकार हो चुकी हैं।

एयर होस्टेस नगनथोई शर्मा की प्लेन हादसे में मौत

हादसे के 2 घंटे पहले बहन को किया फोन –
विमान में 21 वर्षीय नगनथोई शर्मा कोंगब्राइलतपम एयर गोस्ट्स के तौर पर थी। उनकी मौ हो गई एयर होस्टेस ने पानी बड़ी बहन को सुबह करि 11:30 बजे फोन करके बताया था की वह लंदन के लिए उड़ान भरेंगे उनके पिता नंदेश ने बताया की बेटी ने कहा की वह अगले कुछ दिनों तक फोन नहीं कर पाएगी और 15 जून को वापस आने के बाद सम्पर्क करेगी। वह उसका हमारे लिए आखिरी कॉल था।

पत्नी की अंतिम विधि करने गुजरात आए थे अर्जुन

पत्नी की अस्थिया लेकर गुजरात आए फिर लन्दन नहीं पहुंच पाए –
लन्दन से पत्नी की अंतिम विधि सम्प्पन करने आए पति की लौटे वक्त जान चली गई। इस हादसे के बाद अर्जुन की दो बच्चिया अनाथ हो गई। उन दोनों बच्चियों ने माँ -पिता को खो दिया अर्जुन के पिता का पहले ही निधन हो चूका हैं। उनकी माता सूरत में रहती हैं।

पायलट सुमित संभरवाल

8,200 घंटे का उड़ान अनुभव रखते थे सुमित संभरवाल –
एयर इण्डिया के इस विमान के पायलट कैप्टन सुमित संभरवाल पवई के जलवायु विहार में रहते थे उन्हें 8,200 घंटे का विमान उड़ाने का अनुभव था। हालाँकि पाने काम में इतना माहिर होने के बावजूद भी वह नौकरी छोड़ने का मन बना रहे थे। इसकी वजह थी उम्रदराज पिता की सेवा करने की इच्छा। जानकारों का कहना हैं की सुमित इस बारे में अक्सर बात करते थे। उनके पिता की उम्र 88 साल हैं। जॉब की वजह से वह उनके साथ ज्यादा वक्त नहीं बीता पा रहे थे। यह बात उन्हें कचोट रही थी। इसलिए उन्होंने पायलट की जॉब छोड़ने का मन बना लिया था लेकिन होनी को शायद कुछ और ही मंजूर था।

बेटी से मिलने जा रही थी लंदन अंजू

बेटी से मिलने लंदन जा रही थी अंजू –
कुरुक्षेत्र के रामसरन माजरा गांव की अंजू शर्मा अहमदाबाद में विमान दुर्घटना में हादसे का शिकार हुई। बेटी निम्मी से मिलने लंदन जा रही थी। अंजू का ससुराल बड़ोदरा गुजरात में था विमान दुर्घटना की सुचना निम्मी ने अपने मामा को दी जिसके बाद अंजू के मायके वाले अहमदबाद रावण हो गए उड़ान से पहले अंजू ने निम्मी से बात की थी।

गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी

गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी की मौत –
इस हादसे में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी की भी मौ हो गई वह लंदन अपने परिवार के पास जा रहे थे। विजय रुपाणी की प्लेन हादसे मौत को बड़ी क्षति के तौर पर देखा जा रहा हैं यह महज संयोग हैं रुपाणी के सभी निजी गाड़ी का नंबर 1206 हैं सालो पहले खरीदी गई उनकी गाड़ी का नंबर भी 1206 था जो उनका लङकी नंबर मन जाट था जो जब उन्होंने दुखद हादसे में दुनिया छोड़ी तो उनकी मृत्यु की तारीख भी 12-06 दर्ज हो गई।