पीड़ित सफाई मजदूरों ने परिवार सहित किया हिन्दू धर्म का त्याग , बने बौध

कानपुर: छावनी परिषद के गेट के सामने 135 सफाई मजदूरों की बहाली को लेकर 25 अप्रैल से क्रमिक अनशन और 5 मई से आमरण अनशन चल रहा है . जिसकी सुनवाई न होने के कारण प्रदेश प्रधान महासचिव पप्पू तारा चन्द ने बताया कि हिन्दू धर्म में सुनवाई न होने के कारण हम सब बौद्ध बने . बौध धर्म के आचार्य भदन्त आर्य पुत्र अंगुली माल भन्ते, साम रतन व भन्ते एस. एस बैरागी एवं बौद्ध विद्वान लेखक श्याम लाल ने बौद्ध धर्म की जानकारी देकर कहा कि दलित समाज के लोग मूल धर्म मे वापस आकर घर वापसी की. परन्तु पीडित महिलाओं ने कहा कि हमारी सरकार बात नही मान रही ,बच्चे भूखे है, घर में भोजन की व्यवस्था नही , बच्चे ज्वाला देवी मे पढते थे उनके भी नाम काट दिये, मजबूर होकर धर्म परिवर्तन कर रही हूं . कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पी. सी. कुरील एवं अन्य वक्ताओं ने कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा तब तक यह कार्य चलता रहेगा .
कार्यक्रम में प्रदेश सचिव राजाबाबू भारती ,  जिला महासचिव दिलीप धानुक,  शाखा छावनी अध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ बंशीलाल आदि लोग उपस्थित रहे.