गेहूं क्रय केंद्रों पर किसानों का जबरदस्त शोषण

शाहाबाद मंडी में संचालित पीसीएफ सेंटर सर्वाधिक बदनाम

रिपोर्ट : रजनीश सिंह, रीडर टाइम्स 

शाहाबाद(हरदोई) । सरकार सहित अधिकारियों के आदेशों – निर्देशों को दरकिनार कर  समस्त गेहूं क्रय केंद्रों पर किसानों का जबरदस्त शोषण उत्पीड़न हो रहा है | जिसमें नवीन मंडी समिति शाहावाद के अंदर संचालित तीनों बहुचर्चित गेहूं क्रय केंद्रों में पीसीएफ का सेंटर सर्वाधिक बदनाम बताया जा रहा है।

कड़वी सच्चाई यही है कि किसान यूं तो समस्त गेहूं क्रय केंद्रों पर अपना सा मुंह लेकर बैठा है । जबकि गेहूं क्रय केंद्रों पर खुल्लम-खुल्ला दखलंदाजी कर अवैध वसूली कर रहा कथित ठेकेदार न जाने किस घमंड में ऐंठा है । जबकि नवीन मंडी  समिति शाहाबाद के अंदर संचालित आरएफसी , एसएफसी सेंटरों पर जहाँ भृष्टाचार का बोलबाला है वहीं पीसीएफ सेंटर पूरी तरह दलालों सहित व्यापारियों के चंगुल में फॅसा है । मौके पर गेंहू भरी ट्रालियां लेकर आए कई किसानों समेत सरदार ने बताया कि वह सोमवार को सुबह करीब 9 बजे अपने खेत का गेंहू लेकर पीसीएफ सेंटर पर आया था तभी से बैठा है ।

उसके सामने किसी का गेंहू नहीं तौला गया। केंद्र संचालकों ने बताया कि बारदाना नहीं है। सरदार सहित मौजूद किसान सत्येंद्र कुमार  ग्राम सिमरिया थाना पाली ने बताया कि हम रविवार से बैठे हैं। इसी क्रम में थाना पाली के ग्राम मुडेर निवासी गंगासागर व विकास ने बताया कि हम सोमवार से बैठे हैं। इसी तरह किसी ने सोमवार और किसी ने मंगलवार से भूखे प्यासे बैठे होने की बात बताई। जिसकी पुष्टि भी सेंटर प्रभारी ने की। साथ ही बारदाना खत्म होने की वजह से तौल न होने की बात बताई किन्तु जब उनसे सवाल किया गया कि क्या दिनांक 7 और 8 मई 2018 के दिन खरीद शून्य है तो उन्होंने बताया कि नहीं ।

complain members final

7 तारीख सोमवार को ग्राम सरायरानक निवासी हरिपाल का 289 कुंतल और 8 तारीख मंगलवार को 76 कुंतल गेहूं विपिन कुमार व महेन्द्र प्रताप सिंह आदि का खरीदा गया। उनके यह कहते ही उपरोक्त उपस्थित किसान आश्चर्य चकित होकर सेंटर संचालक का मुंह देखने लगे और अपने सामने एक दाना कांटे पर तौल न होने की बात पर बल देने लगे। जिससे सिद्ध होता है कि उपर्युक्त खरीद किसी ऐसे विश्वास पात्र  व्यापारी से की गई जिसका गेहूं मौके पर नहीं तौला गया । बल्कि केंद्र द्वारा उपलब्ध कराए गए बोरों में आढ़त से तौलकर भेज दिया गया । साथ ही साथ अपने विश्वसनीय किसानों के नाम नोट करा दिए गए या वह स्वयं व्यापारी होने के साथ – साथ खेतिहर हो सकते है।

आरएफसी और एसएफसी सेंटरों पर भी किसान वारदाना की कमी के कारण आस लगाए निराश नजर आए

इस संबंध में वारदाना संबंधी बाबू गोविंद प्रसाद से दूरभाष पर वार्ता की गई तो उन्होंने वारदाना नहीं होने की पुष्टि करते हुए स्पष्ट कहा कि पूरे जिले में वारदाना नहीं है । ऊपर से वारदाना आएगा तभी वारदाना की पूर्ति की जाएगी।

 अंततः इससे सिद्ध होता है कि सरकारी क्रय केंद्र पर गेहूं खरीद पर बहुत बड़ा गड़बड़ घोटाला हो रहा है। दलालों, व्यापारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से असली आम किसानों को परेशान किया जा रहा है और सरकार के प्रति किसानों के मन में नफरत पैदा कर निजी स्वार्थ सिद्ध किया जा रहा है। गुरुवार को केन्द्रों का निरीक्षण करने आए डिप्टी आर.एम.ओ. अनुराग पाण्डेय ने मौजूद किसानों से जानकारी की और रात तक

डिप्टी आर.एम.ओ. अनुराग पाण्डेय

   डिप्टी आर.एम.ओ. अनुराग पाण्डेय

वारदाना आने की बात बताई । उनके सामने ग्राम बाबरपुर निवासी नरेंद्र सिंह व धानीनगला निवासी बीरेंद्र शुक्ला ने आरोप लगाते हुए  शिकायत की। पीसीएफ केंद्र पर बैठे रहने वाला एक दलाल जोकि मंडी गेट पर कांटे पर तौलाई करता है अपने आप को कथित पत्रकार बताता है । मंडी में दिन भर कैमरा लेकर घूमता रहता है ।  किसानों एवं मंडी कर्मचारियों पर रौब जमाकर अवैध धन उगाही करता है। इसी क्रम में मंडी सहायक हीरालाल पाल ने कहा कथित पत्रकार संजीव राठौर ने हमको डरा धमकाकर 1100 रु ले लिए। बताते समय मंडी सहायक की आंखों से आंसू निकलने लगे।