दवा के पत्ते की कटाई का काम करने वाले दिल्ली के कारोबारी की गोली मारकर हत्या

संवाददाता शिव पंडित

रीडर टाइम्स

जौनपुर : में मंगलवार की सुबह दवाइयों की डाई का काम करने वाले दिल्ली के कारोबारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। विवादित खेत पर जोताई की तैयारी को वारदात का कारण बताया जा रहा है। खुटहन बड़सरा में हुई हत्या से आक्रोशित लोग प्रयागराज-गोरखपुर मार्ग पर उतर आए और रास्ता जाम कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस ने किसी तरह लोगों को समझाकर शांत कराया। तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। घटना को बाद तनाव को देखते हुए इलाके में पुलिस फोर्स की तैनाती कर दी गई है।बड़सरा गांव के 52 वर्षीय राजेश तिवारी दिल्ली में दवाई की पत्ते की डाई बनाने का कारोबार करते थे। उनके बेटे भी इस काम में हाथ बंटाते हैं। मार्च में चाचा की बरही में राजेश गांव आए थे। इसी दौरान लॉकडाउन लगने से यहीं रह गए। उनका पड़ोसी कृष्णदत्त तिवारी से कई साल से दस बिस्वा जमीन के मालिकाना हक को लेकर विवाद चल रहा था!

दूसरे पक्ष को पता चला कि मंगलवार की सुबह राजेश खेत जोतवाने की तैयारी कर रहे थे। इसी बात को लेकर राजेश से कृष्णदत्त और उनके बेटे सोनू तिवारी की कहासुनी शुरू हो गई। दोनों ओर से कई लोग जुट गए। देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि राजेश तिवारी पर गोली चला दी गई। गोली चलते ही अफरातफरी मच गई। सीने में गोली लगते ही राजेश जमीन पर गिरकर छटपटाने लगे। परिजन तत्काल सीएचसी खुटहन ले गए। यहां से जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई।

मौत की खबर आते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने पिलकिछा में पुल के पास सड़क पर पेड़ों की डाल रखकर प्रयागराज-गोरखपुर वाया शाहगंज रास्ता जाम कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने गोली चलाने के मुख्य आरोपित सोनू तिवारी सहित तीन लोगों को हिरासत में लेकर लोगों को शांत किया।मृतक राजेश तिवारी का दिल्ली के बुराड़ी में दवा की डाई ( दवा के पत्ते की कटाई ) की फैक्ट्री है। दोनों बेटे भी काम में हाथ बंटाते थे। राजेश तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। दूसरे नम्बर के चन्द्रशेखर और तीसरे नम्बर पर सुभाष चन्द तिवारी हैं। परिवार में पत्नी कुसुम देवी, बड़ा बेटा 25 वर्षीय अवधेश, छोटा बेटा 24 वर्षीय विक्की और दो बेटियां हैं। छोटी बेटी शिखा गांव में ही है। हत्या के बाद से उसका रो-रोकर बुरा हाल है।