जरूरतमंदों के लिए जुनूनी परिवार

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

अगर जुनून हो तो बाधाएं छोटी हो जाती हैं। पुलिस लाइन के एक हेड कांस्टेबल के परिवार को भी मदद का जुनून है। कि कोरोना के कारण हुई कमजोरी भी उसे कम नहीं कर सकी है। मदद के दौरान संक्रमित हुए और ठीक होकर लौटे तो दोबारा सेवा में जुट गए। आठ सदस्यों का यह परिवार पिछले पांच महीनों से पुलिस लाइन के अन्य पुलिस परिवारों के 50 सदस्यों के साथ जरूरतमंदों को राशन और खाद्य सामग्री बांटने के काम में जुटा है।

कोरोना संकट काल में पुलिस परिवार के करीब 50 सदस्यों की टीम हेड कांस्टेबल परमानंद सिंह के नेतृत्व में आपसी सहयोग से जरूरतमंदों को मदद पहुंचाती रही है। संकट से जूझ रहे गरीब, जरूरतमंदों को उबारने के लिए परमानंद के बेटे परमवीर, रणवीर और भतीजे राहुल सिंह आदि ने पुलिस परिवार से जुड़े युवाओं के साथ मिलकर घर में जरूरतमंदों के लिए खाना बनाने का काम शुरू किया। सुबह से ही युवा भोजन तैयार करने में जुट जाते थे। फिर पैकेट बनाकर अलग-अलग बस्तियों, मोहल्लों में बांटने निकल पड़ते। यह सिलसिला पांच महीने तक चला। महीने भर कोरोना से प्रभावित रहा परिवार परमानंद को अगस्त महीने के अंतिम दिनों में कोरोना हुआ था। इसके बाद धीरे-धीरे परिवार के अन्य सदस्य भी कोरोना की चपेट में आए। सितंबर महीने तक परिवार का कोई न कोई सदस्य संक्रमित रहा। इसके चलते अक्टूबर महीने में सभी सेवा के कार्य से दूर रहे। अब नवंबर से दोबारा गरीब बस्तियों में भोजन के पैकेज बांटने का काम शुरू कर दिया गया है।

पुजारी की बेटी की कराई शादी पुलिस परिवारों ने लाकडाउन के दौरान मई महीने में नरहरेश्वर मंदिर के पुजारी की बेटी की शादी भी कराई। बरातियों के स्वागत से लेकर विदाई तक में सहभागिता निभाई। इससे पहले भी परिवार ने पुजारी की दो बेटियों की शादी में सहयोग किया था। डीजीपी ने बढ़ाया हौसला लाकडाउन से लेकर अब तक गरीबों की मदद करने में हमेशा आगे रहने वाले पुलिस परिवारों द्वारा कोरोना काल में किए गए मानवता के कार्यो की डीजीपी डीएम अवस्थी समेत अन्य पुलिस अफसरों ने भी सराहना की।