पंचाग की अवधि में कई तरह की सावधानियां बरती जाती है ताकि आप इसके बुरे परिणामों से बच सके साथ ही इस दौरान कई तरह के शुभ व मांगलिक कार्य करने की भी मनाही होती है …

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब सूर्य और चंद्रमा एक साथ होते हैं उस दिन अमावस्या तिथि होती है इस बार आषाढ़ मास की अमावस्या कल है। अमावस्या की तिथि पितरों की तिथि मानी जाती है। इस स्थिति पर राहु और केतु की उपासना विशेष फलदाई मानी जाती है। इस दिन दान और उपवास का विशेष महत्व बताया गया है साथ ही इस दिन तुलसी से जुड़े विशेष प्रयोग करना भी शुभ होता है ज्योतिष की माने तो अमावस्या के दिन तुलसी की उपासना का विशेष महत्व है तो चलिए जानते हैं की अमावस्या के दिन तुलसी को क्या-क्या वस्तुएं अर्पित करनी चाहिए।
अमावस्या के दिन तुलसी माता को लाल दुपट्टा जरुर चढ़ाएं कहते हैं कि तुलसी को लाल चुनरी चढ़ाने से जीवन में खुशियां और समृद्धि की प्राप्ति होती है इसके अलावा अमावस्या के दिन तुलसी पर 108 गांठ वाला पीला धागा जरूर बाँधे फिर माता लक्ष्मी तुलसी के सामने अपनी इच्छाओं के लिए प्रार्थना करें। अमावस्या के दिन तुलसी माता को लाल कलावा बांधने से सभी इच्छा पूरी होती है। इस एक प्रयोग से जातक श्री हरी और माता लक्ष्मी की कृपा पता है अमावस्या के दिन तुलसी के सामने दीपक जलाकर कच्चा दूध अर्पित करें और फिर माता तुलसी के समक्ष अपनी प्रार्थना और इच्छाएं व्यक्त करें।
ध्यान रखें यह बातें –
पंचांग की अवधि में तुलसी से जुड़े इस उपाय को करते समय कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें तभी आपको इसका पूरा लाभ मिल सकता है ध्यान रखें कि यह उपाय आपको एकादशी या रविवार के दिन नहीं करना है क्योंकि इस दोनों ही दिन पर तुलसी को स्पर्श करने या पेट उतारने की मनाही होती है इसके साथ स्नान के बाद साफ-सुथरे कपड़े पहनकर ही इस उपाय को करना चाहिए एक बार पोटली रखने के बाद इस बार-बार ना आता है वरना इसका प्रभाव कम हो जाता है।