अमेरिका से आने वाले चावलों के प्रति भारतीयों को सावधान

रीडर टाइम्स डेस्क
एक रिपोर्ट में दावा किया गया की जांच के दौरान अमेरिका के व्हाइट और ब्राउन राइस दोनों में आर्सेनिक मिले हैं वहीं इस जांच में भारत के बासमती चावल को सबसे सुरक्षित बताया गया …

अमेरिका चावल में आर्सेनिक के उच्च स्तर पाए जाने का खुलासा हुआ आर्सेनिक एक ऐसा रासायनिक तत्व है जो चट्टानों , मिट्टी और पानी में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है लेकिन शरीर में इसका जमा होना कोमा , दिल , लीवर की बीमारी डायबिटीज और कुछ प्रकार के कैंसर का कारण बन सकता है।

एक्सपर्ट में जारी किया अलर्ट –
खासकर बच्चों और गर्भवती महिलाओं को सतर्कता बरतने की सलाह दि हैं। इस रिपोर्ट में भारतीय बासमती और थाई जैस्मिन राइस को सबसे सुरक्षित चावल बताया गया हैं।

इन लोगों को ज्यादा खतरा –
यह उन लोगों के लिए चिंताजनक है जो आर्सेनिक के विषाक्त प्रभावों के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील है जैसे गर्भवती महिलाएं छोटे बच्चे और वह लोग जो अक्सर चावल खाते हैं

चावल की किस्मो पर किए गए परीक्षण से क्या पता चला –
इसके लिए शोधकर्ताओं उन्हें अमेजॉन जो सेफवे कास्टको और टारगेट जैसी रिटेल चेन से खरीदे गए 145 चावल की किस्म का परीक्षण किया गया था। नमूनों में अमेरिका में उगाए गए चावल के साथ-साथ विभिन्न देशों से आजाद किए गए चावल भी शामिल थे। तुलना के लिए चावल के सभी नमूनों में अकार्बनिक आर्सेनिक पाया गया जो धातु का सबसे जहरीला रूप है। चौंकाने वाली बात यहां है कि इनमें से लगभग एक तिहाई नमूने बच्चों के लिए चावल से बनने वाले रीलियल्स के थे जिनमें और सैनिक का स्तर एफडीए की तय सीमा से बहुत अधिक था ज्यादातर अमेरिकी चावलों की किस्म में और सैनिक का स्तर बाकी अन्य आनाजो में पाए गए और आर्सेनिक के स्तर से 28 गुना अधिक है।

भूरे चावल में सफेद चावल की तुलना में ज्यादा आर्सेनिक पाया गया क्योंकि इसमें सफेद चावल की तुलना में बाहरी परतों में चोकर और अंकुर होता है जहां धातु जमा होती है जांच के बारे में आए चावल की किस्म में इटली के आर वीडियो चावल और दक्षिण पूर्व अमेरिका के सफेद और भूरे चावल में भी आर्सेनिक के सबसे ज्यादा मात्रा पाई गई हालांकि कैलिफ़ोर्निया के सफेद चावल थाईलैंड के जैस्मिन राइस और भारत के बासमती चावल में और सैनिक की मात्रा सबसे कम पाई गई