Home Breaking News राहुल गांधी को लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के आपत्तिजनक बोल, राहुल की तुलना नाली के कीड़े से की
राहुल गांधी को लेकर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के आपत्तिजनक बोल, राहुल की तुलना नाली के कीड़े से की
Sep 01, 2018

बीजेपी से केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने सासाराम में मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को मेंटल स्किजोफ्रेनिया बीमारी का शिकार बताया और उनकी की तुलना नाली के कीड़े से की। वो जिस तरह की बात करते हैं, उससे लगता है कि उनका मानसिक संतुलन ठीक नहीं है | राहुल गांधी गठबंधन की राजनीति का फायदा उठाना चाहते हैं लेकिन उनका मकसद कभी कामयाब नहीं होगा | उन्होंने विपक्षी पार्टियों के महागठबंधन को ठगबंधन करार दिया | साथ ही उन्होंने लालू यादव को भी निशाने पर लिया |
अश्वनी चौबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनका आकार गगन के सामान है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों में भाजपा को हराने के लिए पूरा विपक्ष एकजुट हो रहा है | लेकिन शायद उनको इस बात का अंदाजा नहीं है | कि पीएम की लोकप्रियता लोगों के बीच पहले से ज्यादा बढ़ी गई है।

अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि राहुल गांधी एक तरह से ‘पागलपन’ के रोग (Schizophrenia) शिकार हैं | इस बीमारी में रोगी दूसरों को पागल कहता रहता है | राहुल अपने आपको महान, बौद्धिक और परफेक्ट बताते हैं | उन्होंने कहा कि मोदी जी राफेल सौदे पर झूठ बोल रहे हैं | मैं उनसे काफी आहत हूं, ऐसा वही व्यक्ति कह सकता है, जो Schizophrenia बीमारी से पीड़ित है | मुझे लगता है कि उन्हें मेंटल अस्पताल में भर्ती करना चाहिए |
अश्विनी चौबे ने कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार की जनक है | यह कोई महागठबंधन नहीं है, बल्कि महाठगबंधन है | भारत को प्रगतिशील प्रधानमंत्री की जरूरत है और महान और प्रगतिशील भारत बनाने के लिए पूरा देश एक है | इसलिए हम भी एक हैं, हम एक बार फिर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाएंगे |
टिप्पणियां गौरतलब है कि गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री को नीच आदमी बता दिया था | जिसके बाद उस बयान पर न सिर्फ बवाल मचा था | बल्कि उन्हें कांग्रेस पार्टी से काफी समय तक निलंबित भी होना पड़ा था | इतना ही नहीं, रानजीतिक पंडित यह भी मानते हैं कि कांग्रेस गुजरात में जीत जाती, अगर मणिशंकर अय्यर का यह बयान उस वक्त नहीं आया होता |