पकिस्तान ने फिर दिखाई कायरता , शहीद के शव से की बर्बरता

FAUJ

एक बार फिर पकिस्तान रेंजर्स की कायराना हरकत सामने आई है । जम्मू संभाग के सांबा जिले के रामगढ़ सब सेक्टर में पाकिस्तान रेंजर्स की गोलाबारी में शहीद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) नरेंद्र कुमार जवान का पार्थिव शरीर भारत को सौंपने के बजाय उसके साथ बर्बरता की। शहीद के गले को चाकू से रेतने के साथ उनकी एक आंख को भी निकालने की कोशिश की गई।

यह पहली बार है जब जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के किसी जवान के पार्थिव शरीर से दुश्मन ने इस प्रकार की हरकत की है। पाकिस्तान की इस कार्रवाई के बाद जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाई अलर्ट कर दिया गया है। बीएसएफ के जवानों को किसी भी प्रकार के हालात का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।

शहीद नरेंद्र कुमार बीएसएफ की 176 बटालियन के हेड कांस्टेबल थे . वह थाना कला, जिला सोनीपत, (हरियाणा) के रहने वाले थे .बृहस्पतिवार को शहीद नरेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार सुबह 7 बजे दिल्ली से सीधे उनके गांव थाना कलां लाया गया। यहां भारत माता के जयकारों के बीच राजकीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई।

शहीद नरेंद्र कुमार को मुखाग्नि उनके बड़े बेटे मोहित ने दी। पाकिस्तानी रेंजर्स की इस कायरता से खफा मोहित ने कहा कि हम सरकार से मांग करते है कि वह पकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्यवाही करें और सरकार से गुजारिस की वह और उनका छोटा भाई बेरोजगार है सरकार उनकी मदद करें ।

सीएम केजरीवाल ने अपने ट्वीट में एक मीडिया रिपोर्ट को लगाते हुए कहा, इसे पढ़िए। आपका ख़ून खौल उठेगा, प्रधान मंत्री जी जवाब दें कि आख़िर कब तक भारत के सैनिकों पर अत्याचार जारी रहेगा ? कब तक भारत पाकिस्तान के सामने बेबस रहेगा ? आख़िर क्या मजबूरियाँ हैं प्रधान मंत्री जी की ?

कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, मोदीजी, फ़ौजी देश का आत्मसम्मान हैं। उस स्वाभिमान को अगवा कर, आँखें निकाल, टाँगें काट, गला रेत, नापाक पाक ने हत्या कर डाली। शहीद नरेंद्र सिंह ने तो भारत माँ की सुरक्षा का सौभाग्य अपने ख़ून से लिखा। पर क्या आपका ख़ून नहीं खौलता ? क्या अंतरात्मा नहीं कचौटती ? देश जबाब माँगता है।