18 फरवरी को मंगल गृह को लगेगा ग्रहण , निष्कर्ष अच्छे नहीं : ज्योतिर्विद संजय मिश्रा

रिपोर्ट :- रीडर टाइम्स डेस्क

18 फरवरी 2020 को समय 18:46 को मंगल ग्रह चन्द्र के ठीक पीछे चला जाएगा ।
यह पूर्ण समागम की स्थिति है जब मंगल गृह चन्द्र बिम्ब के पीछे जाकर कुछ समय के लिए ग्रहण से ग्रसित हो जाएगा ।

दूसरे शब्दों में और आम भाषा यह चन्द्र द्वारा ” मंगल ग्रहण “ होगा ,और यह भी सूर्य ग्रहण के समान धनु राशि भारत की जन्म लग्न वृष से अष्टम में होगा।

कूर्म चक्र के अध्ययन से यह 18 फरवरी से एक महीने के अंदर उत्पात सूचक है ,खैर मेदनीय ज्योतिष बाद में, पहले इस विलक्षण आकाशीय घटना का अवलोकन आवश्यक है ।

दुर्भाग्य वश यह अनुपम आकाशीय घटना भारत मै दृश्य नहीं है ।
इससे पहले यह घटना 24 दिसंबर 2007 को हुई थी ।
यह मध्य अमेरिका में पूर्ण रूप से दृश्य है

 

आप कुंडली सॉफ्टवेयर के ज़रिये इसे समझ सकते हैं, इसे ध्यान से अवलोकन करें , देखें कैसे मंगल और चन्द्र धनु राशि के ७°-१७’ पर स्थित है और दोनो की क्रांति बराबर है

मंगल क्रांति — (-) २३-२६’ दक्षिण
चन्द्र क्रांति — (-) २३-२६

दोनो ग्रहों का declination

(-) ११°५४’
(-) १२°३९’

है ।

महत्वपूर्ण यह है कि शुक्र ग्रह अपनी मीन राशि में मृत्युभाग में स्थित है और इस युति को अपनी जैमिनी दृष्टि से देखकर संबंध बना रहा है , लोग केवल सूर्य और चन्द्र ग्रहण पर ही अपना ध्यान केंद्रित रखते हैं , परन्तु ” मंगल ग्रहण ” जैसी महत्वूर्ण घटना जो कि सालों में घटती हैं पर ध्यान नहीं देते ।

मंगल युद्ध का ग्रह है और राहु केतु अक्ष पर यह ग्रहण २०२० के लिए बहुत कुछ कहता है

2020 में युद्ध होंगे मार्च से जुलाई के बीच में । यवनों की लिए पूरे विश्व में और पहले भारत में बहुत बुरा समय है ।

कोई “काल यवन” यवनों का नाश करेगा ।

  • नोट :- ये लेखक के अपने विचार हैं .