आज महाशिवरात्रि पर 59 साल बाद बन रहा फिर से एक विशेष संयोग

संवाददाता राहुल भारद्वाज

रीडर टाइम्स 

जयपुर ,आज फाल्गुन माह कृष्ण त्रयोदशी पर रात्रिकालीन चतुर्दशी होने से शुक्रवार को ही महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। शिवालयों में आज प्रातः काल से लोग शिवआराधना में लीन नजर आएंगे। दूसरे दिन तक अर्थात शनिवार सुबह तक शिवालयों में पूजा-अर्चना का यह दौर चलता रहेगा। शिवालय भी दिनरात खुले रहेंगे।

* यह है विशेष संयोग

शिवरात्रि पर इस बार शुक्रवार को साथ श्रवण नक्षत्र और वरियान योग रहेगा, वहीं शनि और चन्द्रमा का मकर राशि में विशेष संयोग बन रहा है, जो साधकों के लिए विशेष फलदायी होगा ज्योतिषाचार्य पण्डित बृजबिहारी मिश्रा (बांदीकुई)ने जानकारी देते हुए बताया कि इस महाशिवरात्रि पर शनि और चन्द्रमा मकर राशि में रहेंगे। साथ ही बृहस्पति अपनी स्वराशि धनु में रहेंगे। शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में रहेंगे और सूर्य व बुध कुंभ राशि में रहेंगे। ऐसे में इन छह ग्रहों को इन राशियों में 59 साल बाद इस प्रकार पुनरावृति हो रही है, जो भक्तों के लिए विशेष लाभदायक और पुण्यदायी होगी।

* 21 फरवरी को होगी चार प्रहर की पूजा

प्रथम प्रहर – शाम 6.18 से रात 9.28 बजे तक, दूसरा प्रहर – रात 9.29 से मध्यरात्रि 12.39 बजे तक,तीसरा प्रहर – मध्यरात्रि 12.40 से तड़के 3.50 बजे तक,चौथा प्रहर – तड़के 3.51 से शनिवार सुबह 7.02 बजे तक,निशीथ काल मध्यरात्रि 12.15 से 1.06 बजे तक

* प्रातःकाल से ही लग जाएंगी शिवालयो में लम्बी कतारे

महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर सुबह से ही शिवालयों में हर-हर महादेव और ओम नम: शिवाय की गूंज सुनाई देगी। मोती डूंगरी स्थित एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर, क्वींस रोड स्थित झाडख़ंड महादेव मंदिर, चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर, बनीपार्क के जंगलेश्वर महादेव, झोटवाड़ा रोड स्थित चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर, कूकस के सदाशिव द्वादश ज्योर्तिलिंगेश्वर महादेव मंदिर में तड़के से ही शिवभक्तों की भीड़ उमड़ेगी। श्रद्धालु दूध मिश्रित जल से भोलेनाथ का अभिषेक कर बेर, धतूरा, भांग, बिल्व पत्र आदि शिवजी को अर्पित करेंगे। रात को चार प्रहर की पूजा होगी। कई मंदिरों में भजन संध्या का आयोजन होगा।मोतीडूंगरी स्थित एकलिंगेश्वर महादेव मंदिर में तड़के से ही श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर सकेंगे। इससे पहले रात से ही भक्त यहां पहुंचने लग जाते है। सुबह से ही यहां भक्तों की लम्बी कतारें नजर आएगी। शहर बाबा के दर्शनों के लिए उमड़ेगा।वैशालीनगर के क्वींस रोड स्थित झाडख़ंड महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि को आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग प्रवेश और निकास द्वार की व्यवस्था रहेगी। बब्बू सेठ मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष जयप्रकाश सोमानी ने बताया कि झाडख़ंड महादेव मंदिर में चार प्रहर की पूजा में जलाभिषेक, विभिन्न द्रव्यों से भोलेनाथ के अभिषेक सहित अन्य कार्यक्रम होंगे।चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर में तड़के 3.30 बजे से ही भक्त बाबा के जलाभिषेक कर सकेंगे। दिनभर यहां भक्तों की भीड़ उमड़ेगी। यहां महिला और पुरुषों की अलग-अलग कतार रहेगी। चार प्रहर की पूजा भी रात को ही होगी।कूकस स्थित सदाशिव ज्योर्तिलिंगेश्वर मंदिर ट्रस्ट के संस्थापक विष्णु नाटाणी ने बताया कि श्रद्धालुओं को दूध मिश्रित गंगाजल और बिल्व पत्र मंदिर की ओर से उपलब्ध करवाए जाएंगे। हरिद्वार से 1 टन गंगाजल मंगवाया गया है। 50 हजार बिल्प पत्र होंगे। वहीं एक टन गाय दूध की व्यवस्था है। भक्तों को प्रसादी स्वरूप दूध वितरित किया जाएगा।

 

* जयपुर छोटी काशी के प्रसिद्ध गलताजी तीर्थ में उमड़ेगे भक्त

उत्तर भारत की प्रमुख श्रीवैष्णव पीठ श्रीगलताजी में पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य महाराज के सान्निध्य में महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। श्रद्धालुजन गलता तीर्थ स्थित शिवालयों में पूजन व दर्शन करेंगे। गलतापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशाचार्य ने बताया कि महाशिवरात्रि पर 4 प्रहार की पूजा का विशेष विधान है। सामान्य व्रत धारियों के लिए शुक्रवार को सर्वार्थ सिद्धि योग होने से पूजा करना श्रेष्ठ रहेगा। गलताजी में मेला का आयोजन होगा। नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाया जाएगा। इसके अलावा यज्ञ, अनुष्ठान, सहस्त्रघट, अभिषेक आदि किये जायेंगे।

* यहां भी है होंगे आयोजन

जीवनदास रावतानी मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से महाशिवरात्रि पर गलताजी तीर्थ में पहाडिय़ों के बीच शिव दरबार और भक्ति संगीत कार्यक्रम होगा।

गैटेश्वर कला संस्थान की ओर से गैटोर की छतरियों पर स्थित प्राचीन शिवालय गैटेश्वर में 53वां संगीत समारोह आयोजित किया जाएगा।आमेर स्थित भूतेश्वर, अंबिकेश्वर, कनक वृंदावन स्थित काला महादेव, सी.स्कीम स्थित धूलेश्वर महादेव, गलता गेट गीता गायत्री स्थित द्वादश ज्योर्तिलिंगेश्वर, ब्रह्मपुरी स्थित जागेश्वर महादेव मंदिर आदि में भी दिनभर भक्त शिवजी के जलाभिषेक कर सकेंगे।

दौसा, इसी प्रकार दौसा जिले भी में पंच महादेव नीलकंठ महादेव, सोमनाथ महादेव, गुप्तेश्वर नाथ, बैजनाथ सहित अनेक शिवालयों में कल महाशिवरात्रि के अवसर पट पूजा अर्चना की जाएगी नवविवाहित पुत्र प्राप्ति के परिवार द्वारा शिव मंदिरों में कलश जिसे कि स्थानीय भाषा मे जगढ़ चढ़ाया जाएगा । रात्रि को सत्संग होगा वही महेश्वरा कला बाण गंगा किनारे स्थित बाणेश्वर महादेव सहित अनेक शिवालयों में महाशिवरात्रि का पूजन-अर्चना की जाएगी ।