कोरोना से डरे नहीं, सक्रिय रह कर करे कार्य जिला; कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी

 

संवाददाता राहुल भारद्वाज ब्यूरो हैड

रीडर टाइम्स 

प्रशासनिक एवं चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को भी कलेक्टर ने दिये आवश्यक दिशा निर्देश

दौसा, जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने कहा कि कोरोना वायरस से डरें नहीं, बल्कि सक्रिय रह कर कार्य करे। जिले में जिला प्रशासन व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग इसकी रोकथाम के लिए पूरी तरह सजग और चौकन्ना है तथा पूर्ण तैयारी कर ली गई है। बुधवार को कलेक्ट्रेट सभा भवन में आयोजित कोरोना से बचाव नियंत्रण करने संबंधित बैठक को संबोधित करते हुये जिला कलेक्टर ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा कोरोना की जांच के लिए 2 फरवरी से जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलोजी विभाग में जांच सुविधा प्रारंभ करवा रखी है।अब तक एसएमएस लैब में 113 नमूनों की जांच की गई। जांचे गए नमूनों में से 98 नेगेटिव और 1 पॉजिटिव पाया गया तथा 1 की प्रारम्भिक जांच में पॉजिटिव पाए जाने पर कन्र्फम जांच के लिए पुणे लैब में रक्त का नमूना भेजा गया है, जबकि 13 का परिणाम आना शेष है। जिला कलेक्टर ने बताया कि वर्तमान में यह रोग लगभग 75 देशों में फैल चुका है। रोग का अत्यधिक प्रसार प्रथमतः चीन में हुआ है तथा वर्तमान में अब चीन के साथ-साथ ईरान, इटली, हांगकांग, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, जापान, वियतनाम, मलेशिया व नेपाल आदि में यह रोग फैल चुका है। भारत सरकार द्वारा 3 मार्च को दी गई सूचना के अनुसार देश में एक विदेशी नागरिक (इटली) सहित कुल 6 रोगी (केरल-3, दिल्ली-1, तेलंगाना-1 एवं राजस्थान-1 (इटली निवासी) पॉजिटिव पाए गए हैं। प्रदेश में अब तक कुल 1 रोगी इटली निवासी एन्ड्री कॉरली, उम्र 69 वर्ष प्रदेश में कोरोना पॉजीटिव पाया गया है तथा एन्ड्री कॉरली की पत्नी श्रीमती लोमर्बाडीया पीनोकिया भी प्रारम्भिक जांच में पॉजीटिव पायी गई है। उन्होने बताया कि जिले में कोरोना वायरस की रोकथाम व उपचार हेतु चिकित्सा संस्थानों पर पर्सनल प्रोटेक्टीव इक्यूपमेंट (पीपीई किट), एन-95 मास्क, ट्रिपल लेयर मास्क, पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाए गए हैं। पर्सनल प्रोटेक्टीव इक्यूपमेंट (पीपीई) किट मास्क, गाउन, कैप ग्लवस, शू कवर, गोग्लस होते हैं। दो प्रकार के मास्क होते हैं ट्रिपल लेयर मास्क आमजन के उपयोग के लिए और दूसरा एन-95 रोगी व रोगी के उपचार करने वाले चिकित्सक अन्य मेडिकल स्टॉफ के उपयोग के लिए काम में आता है।

इसकी सभी चिकित्सालयों में व्यवस्था की जा चुकी है| जिला कलेक्टर अवचिल चतुर्वेदी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जिले में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंनें कहा कि जिले में आने वाले इटली के पर्यटकों की विशेष जांच करे तथा बीमारी के लक्षण पाये जाने पर उसे भ्रमण ना करने दे बल्कि आईसोलेशन के लिये भर्ती कर उपचार करे। उन्होने बताया कि कोरोना वायरस की रोकथाम, संदिग्ध मरीजों का आइसोलेशन और आमजन को वायरस से बचाने के लिए दौसा जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सर्तक हो गया है। मुख्यालय से निर्देश के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के निर्देशन में विभाग की कुल 15 टीमों का गठन कर दिया गया है। ये टीमें अलग-अलग तरीके से सक्रिय रहकर कोरोना वायरस की रोकथाम, संदिग्ध मरीजों के उपचार पर नजर और उनके आईसोलेशन संबंधित गतिविधियों पर नजर रखेंगी और अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगी। जिला कलेक्टर ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर एडवायजरी पूर्व में ही जारी कर दी गई थी।अब जिले के विभिन्न क्षेत्रों में 15 अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है जिनमें विभाग के 65 अधिकारी और कर्मचारियों को शामिल किया गया है। जिसमें सर्विलांस टीम, काल सेंटर मैनेजमेंट टीम, एचआर मैनेजमेंट टीम, ट्रेनिंग एवं अवेयरनेस जनरेशन टीम, मैटेरियल मैनेजमेंट टीम, इन्फ्रास्टेरक्चर मैनेजमेंट टीम, मीडिया र्सविलांस टीम, आईईसी, बीसीसी एवं मीडिया मैनेजमेंट टीम, डॉक्युमेंटेशन टीम, प्राईवेट हॉस्पिटल र्सविलांस टीम, एक्सर्पट स्टडी र्कॉडिनेशन टीम, ट्रांस्र्पोर्टेशन एंड एंबुलेंस मैनेजमेंट टीम, इंटर डिपार्टमेंटल एंड र्कॉडिनेशन टीम और साईकोलॉजिकल सर्पोट टीमों का गठन किया गया है। उन्होने कहा कि सभी होटल संचालक बाहर से आने वाले प्र्यटकों का पूरा ध्यान रखे तथा विदेश से आने वाले पर्यटको का स्वास्थ्य परीक्षण करवाने के बाद ही होटल में प्रवेश करावे तथा होटल से जाने के बाद होटल की पूर्ण सफाई करावे। उन्होने सभी उप खण्ड अधिकारियों को निर्देश दिये कि क्षेत्र में पूण निगरानी रखे तथा विशेष तौर से होटलों, पर्यटक स्थलों पर निगरानी रखते हुये चिकित्सा दलों से जांच करावे। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पी एम वर्मा ने बताया कि सभी ब्लॉक मुख्यालयों और चिकित्सा अधिकारियों प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि खांसी, जुकाम, बुखार के मरीज आने पर उनकी चीन यात्रा के बारे में जानकारी जरूर जुटाई जाए। यदि कोई मरीज कोरोना संदिग्ध दिखता है तो उसका आईसोलेशन किया जाए। इसके अलावा मौसमी बीमारियों और जुकाम, खांसी व बुखार के मरीजों के उपचार के लिए अलग से कक्ष बनाने के निर्देश पूर्व में ही जारी किए जा चुके हैं। साथ ही सभी चिकित्सा संस्थानों में पर्याप्त मात्रा में मास्क और जरूरी दवाओं का स्टाक रखने के निर्देश भी दिए गए हैं। इसके अलावा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पी एम वर्मा ने आमजन से अपील की है कि खांसी, जुकाम और बुखार होने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें और चिकित्सक की ओर से दिए गए दिशा निर्देशों का पालन करें। खांसी,जुकाम और बुखार हो तो सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचें।अपने मुहं पर मास्क लगाएं या ढक कर रखें। खांसी और छींक आने पर मुंह पर रूमाल लगा कर खांसें या छींकें। जो लोग स्वस्थ हैं वे सार्वजनिक स्थानों पर सर्तकता बरतें। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर लोकेश कुमार मीना, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल के बालोत, उपख्ण्ड अधिकारी पुष्कर कुमार मिततल दौसा, पी आर मीना महवा, पिंकी मीना बांदीकुई व हरिताभ कुमार आदित्य सिकराय सहित अन्य अधिकारी, होटल संचालक एवं गैर सरकारी चिकित्सा संस्थानों के चिकित्सक उपस्थित थे।

कोरोना के ये है लक्षण

खांसी,जुकाम, बुखार, गले में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, भ्रम की स्थिति और सिर में दर्द होना कोरोना के सामान्य लक्षण हो सकते हैं।

कोरोना से बचाव के ये है उपाय

कोरोना वायरस से बचने के लिए जितनी बार भी हाथ धोएं कम से कम 20 सैकंड तक साबुन से हाथ धोएं। अंगुलियों के बीच भी साबुन लगाएं और रगड़ रगड़ कर हाथ कलाई तक धोएं। सार्वजनिक स्थानों पर जाते समय मुंह पर मास्क लगाएं। तौलिया सब का अलग-अलग रखें। अपने हाथों से बार-बार चेहरे को नहीं छुएं। खांसी, जुकाम, बुखार, गले में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, भ्रम की स्थिति आदि बनने पर तुरंत चिकित्सक से संर्पक करें।

ये नहीं करें

अपने खाने, बर्तन, कप, कपड़े, बिस्तर, रूमाल और तौलिया किसी के साथ शेयर नहीं करें। र्सावजनिक स्थानों पर जाने से बचें, खेतों में नहीं जाएं, पशुओं से दूर रहें,मांसाहार नहीं करें। बिना चिकित्सक की सलाह के दवा ना ले।