छोटे भाई के हत्यारे को किया लालसोट पुलिस ने गिरप्तार,

संवाददाता राकेश शर्मा

रीडर टाइम्स

जमीन के मुआवजे को अकेले हड़पने के चक्कर में की छोटे भाई की हत्या

लालसोट, उपखण्ड मुख्यालय के सवांसा मोड पर मिली मुकेश कुमार बैरवा निवासी निर्झरणा के शव का लालसोट पुलिस ने खुलासा करते हुए हत्यारे बड़े भाई अमरचंद बैरवा को छ:माह बाद किया गिरफ्तार।लालसोट थाना प्रभारी अमित कुमार चौधरी ने जानकारी देते हुए कहा कि विगत दिनों 5 सितंबर 2019 को शव पड़े मिलने की सूचना मिलने पर मौके पर लालसोट पुलिस ने देखा की एक व्यक्ति का शव सड़क किनारे पड़ा हुआ है।जो पूरी तरीकें शव बदबू मार रहा था।मौके पर अमरचंद पुत्र गणपत लाल जाति बैरवा उम्र 35 साल निवासी निर्झरणा उसको अपने भाई मुकेश बैरवा उम्र 27 साल का होना बताया तथा एक तहरी रिपोर्ट मौके पर ही पेश की जिस पर मर्ग दर्ज कर जांच शुरू की गई।जांच दौरान अज्ञात मृतक मुकेश बैरवा के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जा कर उसकी लाश अंतिम संस्कार के लिए उसके परिजनों को सुपुर्द की गई। तथा घटनास्थल का निरीक्षण मृतक के परिवार जनों एवं अन्य ग्राम वासियों से तफ्तीश की गई मौके की परिस्थिति एवं हालात को देखने से मामला शुरू से ही संदिग्ध नजर आया इसलिए उक्त मामले की बड़ी सूक्ष्मता से जांच शुरू की गई तथा मृतक की पत्नी एवं माता-पिता से गहनता से बार-बार पूछताछ की गई जिसमें मृतक के मरने से पहले उसकी गतिविधियों के बारे में परिवार जनों एवं ग्रामवासियों से जानकारी ली तो यह बात निकलकर आई कि पिछले दिनों दौसा कोथून मेगा हाईवे पर मृतक के पिता गणपतराम बैरवा की करीब 1 बीघा जमीन अवाप्त हुई थी जिसमें मुआवजे के करीब 3 लाख साठ हजार रुपए मृतक के पिता गणपतलाल को मिले थे मृतक के पिता गणपत लाल का एटीएम मुल्जिम अमरचंद द्वारा लिया गया और उसके द्वारा मुआवजे की राशि को अपने काम में लेना शुरू कर दिया। इस बात से मुकेश बैरवा नाराज था और इसी बात को लेकर दोनों भाइयों में झगड़ा होता रहता था घटना के दिन भी दोनों भाइयों में झगड़ा हुआ था। 3सितंबर 2019 की रात को समय करीब 9:00 से 10:00 बजे के करीब अमरचंद बेरवा खेतों से गायों को भगाने के लिए खेतो मे गया था तब उसे खेत की मेड़ के सहारे मृतक मुकेश बैरवा शराब के नशे में पास की ढाणी से घर की तरफ आता हुआ मिला आमने-सामने होते ही मुकेश बैरवा ने अमरचंद बैरवा से मुआवजे में मिली रकम से अपने हिस्से की राशि मांगना शुरू कर दिया और इसके बाद दोनों भाईयो मुआवजे की राशि को लेकर झगड़ा शुरू हो गया। इसी झगड़े में मुलजिम अमरचंद ने अपने भाई मुकेश के सिर में लाठी की मार दी जिससे वह मर गया। मुकेश के मरने के बाद मुलजिम अमरचंद ने उसकी लाश को पास के बाजरे के खेत में छुपा कर पटक दिया। तथा अगले दिन 4 सितंबर 2019 की रात को मुकेश की लाश को उठाकर सवासा मोड पर सड़क किनारे खाली खेत में पटक दिया। उससे अगले दिन 5 सितंबर 2019 को रास्ते में चलने वाले लोगों ने लाश को देखा तो आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। उक्त घटना की गंभीरता एवं संदेहास्पद स्थितियों को देखते हुए प्रल्हाद कृष्णिया पुलिस अधीक्षक दौसा, अनिलसिंह अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दोसा, एवं मनराज मीणा वृतधिकारी वृत लालसोट द्वारा घटना के खुलासे के लिए दिशा-निर्देश दिए गए जिस पर थानाधिकारी लालसोट के नेतृत्व में टीम गठित कर टीम ने कार्यवाही की प्रकरण हाजा में घटना हेतु पुलिस द्वारा गहनता से एवं लगातार जांच जारी रखी परिवार जन एवं ग्रामवासियों से बार-बार तफ़्तीश की गई तथा संदिग्ध अमरचंद की गतिविधियों पर पुलिस द्वारा लगातार निगरानी रखी गई एवं मुख वीरो का सहयोग लिया गया । पुलिस द्वारा इस मामले की बड़े ही धैर्य से जांच की गई तथा आरोपी अमर चंद पुत्र गणपत बैरवा निवासी निर्झरणा लालसोट वैज्ञानिक तरीकों से पूछताछ कि उसके द्वारा मुआवजे की राशि के लिए अपने बड़े भाई की हत्या करना स्वीकार किया।जिस पर पुलिस ने गुरुवार को मुकेश बैरवा की हत्या करने के जुर्म में अमरचंद बैरवा को गिरफ्तार किया।