युवक ने फांसी लगाकर की आत्महत्या,जानिए क्यों

संवाददाता अमित पांडेय

रीडर टाइम्स

कई दिनों की लाश होने से आसपास में फैली गंध

लखनऊ ,राजधानी के थाना विकास नगर क्षेत्र के मिर्जापुर गांव के रहने वाले युवक ने पंखे के कुण्डे में रस्सी का फंदे के सहारे लगाकर की जीवन लीला की समाप्त किया। मिर्जापुर निवासी सचिन वर्मा जो कि विगत लम्बे समय से अवसाद की स्थिति में था तमाम जिंदगी की जंग लड़ते हुए |अपने हौसले को बरकरार नही रख सका और जीवन के महत्व को न समझते हुए अनमोल जीवन को काल के गाल में समा दिया। जिंदगी की तमाम जद्दो जहद और कशमश के बीच जिंदगी की लड़ाई लड़ते हुए आखिर कार सचिन जिंदगी के मैदान में आकर हार गया। प्रभारी निरीक्षक धीरज शुक्ला ने बताया कि सचिन वर्मा पुत्र शिवकुमार वर्मा अपनी पत्नी व एक बच्ची के साथ मिर्जापुर गांव में रहता था।12 मार्च को मृतक अपनी पत्नी को मायके छोड़ आया था। वही आज 112 पर मृतक के चाचा द्वारा सूचना दी कि मेरे भतीजे ने घर में फाँसी लगा कर आत्महत्या कर ली है। पुलिस के पहुंचने से पहले परिजनों ने दरवाजा तोड़ दिया था। पुलिस द्वारा घटनास्थल पर पहुँच कर शव को उतार कर कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज कर आगे की कार्यवाही की जा रही है। आसपास के लोगों की माने तो मृतक के पिता शराब बहुत ज्यादा पीते है और पिता द्वारा ही जमीन को बेचकर जो पैसा मिला उससे तीन मंजिल का घर बनवाया है जिसमे नीचे के हिस्से में मृतक व उसकी पत्नी रहती थी ऊपर के हिस्से में पिता व किराये दार रहते है। सवाल ये उठता है कि जब सचिन फांसी कई दिन पहले लगाई है लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी जबकि उसी मकान में सभी रहते है और उसी रास्ते से जाते आते भी है। तभी किसी की नजर नही पड़ी और न नहीं पत्नी 3 से 4 दिनों के बीच जानने की कोशिस नहीं किया कि पति उसका कहा है। और नही पिता व आसपास रहने वाले परिवार के लोगो ने जानने की कोशिस नही कि सचिन कहा है।आखिर क्या वजह रही है कि किसी को कानो कान भनक तक नही लगी कि सचिन फांसी लगाई है। वही पुलिस पोस्टमार्टम का इंतिजार कर रही है पोस्टमार्टम के आधार पर पुलिस आगे की कार्यवाही करने की बात कह रही है। सचिन की मौत से परिजनों में मातम जैसा माहौल बना हुआ है। कई दिन पुरानी लाश होने की वजह से लाश में गंध भी बहुत ज्यादा आ रही थी।दरवाजा खुलने पर शव से आ रही गंध पूरे मोहल्ले में फैल गयी।