लखनऊ पुलिस ने पेश की मिसाल, डिमेंशिया ग्रसित गुमशुदा सीनियर सिटीजन को 3 घंटे के अंदर पहुंचाया घर

रिपोर्ट :-अमित पांडेय
लखनऊ :- प्रदेश की राजधानी की लखनऊ पुलिस अपनी कार्यकुशलता व सेवा भावना के चलते लगातार चर्चा में है | कुछ ऐसा ही एक वाकया बीती रात घटा जब रात्रि करीब 2:30 बजे अपर पुलिस उपायुक्त मध्य चिरंजीव नाथ सिन्हा का फोन बजता है और कॉल रिसीव होने पर दूसरी तरफ से श्रीमती रंजना बाजपेई घबराई आवाज में मदद की गुहार लगाते हुए अवगत कराती हैं कि उनके पति डॉ पी सी बाजपेई उम्र 69 वर्ष जो डिनेशिया( स्मृति लॉस) व हृदय रोग से पीड़ित हैं कुछ घंटों से बिना बताए कहीं चले गए हैं |यह सुनते ही एडीसीपी चिरंजीव नाथ सिन्हा एक्शन में आ गए |उन्होंने तत्काल सहायक पुलिस आयुक्त कृष्णा नगर व प्रभारी निरीक्षक कृष्णा नगर धीरेंद्र कुमार उपाध्याय को निर्देशित किया कि सभी सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से सघन निगरानी शुरू कराएं साथ ही उन्होंने समस्त आने जाने वाले वाहनों की सघन चेकिंग करने के आदेश देते हुए समस्त पीआरबी, चीता मोबाइल को क्रियाशील करने के निर्देश दिए| प्रभारी निरीक्षक कृष्णा नगर द्वारा पांच टीमों का गठन किया गया जिन्होंने अलग-अलग जगहों पर डॉक्टर बाजपेई की तलाश शुरू की| इसके साथ ही लखनऊ कानपुर हाईवे जो डॉक्टर बाजपेई के घर से काफी नजदीक है प्रभारी निरीक्षक स्वयं श्रीमती रंजना वाजपेई को साथ लेकर सघन चेकिंग प्रारंभ की | लगभग सुबह 5:15 मिनट पर लखनऊ उन्नाव बॉर्डर के पास प्रधान ढाबे के नजदीक एक बुजुर्ग दिखाई दिए जिन्हें देखते ही रंजना बाजपेई ने उन्हें ही अपना पति डॉ पी बाजपेई बताया पुलिस टीम ने उन दोनों को सुरक्षित उनके घर पहुंचा दिया|

श्रीमती रंजना बाजपेई ने पुलिस टीम को धन्यवाद देते हुए कहा “कि डिमेंशिया से पीड़ित मेरे पति ब्लड प्रेशर के पेशेंट है यदि पुलिस समय रहते हैं उन्हीं नहीं खोज लेती तो दवा के अभाव में उनकी मौत तक हो सकती थी|”

पुलिस कमिश्नर लखनऊ ने पुलिस टीम की सफलता पर उन्हें ₹20000 नगद इनाम की घोषणा की है|