दौसा से बिहार के लिये जाने वाले 19 श्रमिकों को किया रवाना

ब्यूरो हैड राहुल भारद्वाज

रीडर टाइम्स

राज्य सरकार व जिला प्रशासन को दिया साधुवाद

दौसा : लॉकडाउन के कारण अपने गृह राज्य बिहार नहीं जा सके 19 श्रमिक प्रवासियों ने गुरूवार को दुआएं देते हुए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया और कहा कि भला हो ऐसी सरकार और जिला प्रशासन का जिन्होंने उनकी घर वापसी करवाई। उन्होने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री गरीब व मजदूरों के प्रति संवेदनशील है।

जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने यूपी के श्रमिकों से रोडवेज डिपों पर तथा बिहार के श्रमिकों से कलेक्टेट पोर्च में मिल कर उनके स्वास्थ्य के बारे में तथा समय पर खाद्य सामग्री मिलने के बारे में जानकारी ली तथा यूनानी काढा पिलाने,सभी श्रमिकों को पानी,खाना,बिस्कुट ओआरएस के पैकेट उपलब्ध करवाने व उनके गन्तव्य स्थान तक छोडने की बात कही। बिहार व एत्तर प्रदेश के नोडल अधिकारी युगल किशोर मीना ने दौसा कलेक्ट्रेट परिसर से 19 बिहारी श्रमिकों को बस द्वारा रेलवे स्टेशन जयपुर के लिये पानी, बिस्किट, भोजन के पैकेट,ओ आर एस के पाउच के साथ तालियां बजाकर दौसा से जयपुर के लिये रवाना किया। यह सभी श्रमिक जयपुर रेलवे स्टेशन से बिहार के लिए सांय 8 बजे रवाना होने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रैन से अपने अपने जिले में पहुंचेगें।जिला कलेक्टर ने बताया कि इस कार्य के लिए जिले के सभी उपखण्डों से बसों के माध्यम से बिहार के लोगों को दौसा कलेक्ट्रेट तक लाया गया। यहां पर उनकी मेडिकल जांच, पीने के पानी की बोतल, मास्क,भोजन, ओआरएस के पैकेट आदि दिए गये। गुरूवार को जिला मुख्यालय पर आये 19 श्रमिकों कों श्रमिक स्पेशल ट्रैन तक पहुंचानें के लिये भी बस की व्यवस्था की गई ताकि यह श्रमिक व अन्य यात्री अपने घर के लिए रवाना हो सके। कलेक्ट्रेट पार्च में बिहार के श्रमिकों को यूनानी चिकित्सालय द्वारा तैयार किया गया रोगप्रतिरोधात्मक काढा पिलाया गया ।

नोडल अधिकारी युगल किशोर मीना ने बताया कि खुशी की बात है कि आज बिहार व यूपी के श्रमिकों को उनके गृह राज्य में पहुंचाने के अंतिम चरण में बिहार के लिये 19 श्रमिकों को जयपुर रेल्वे स्टेशन तक तथा यूपी के श्रमिकों को हाथरस तक पहुंचाने के लिये रोडवेज की बस की व्यवस्था की गई है।ये सभी लोग सकुशल अपने गृह राज्य जा रहे है, ईश्वर से यही कामना है कि ये सब स्वस्थ्य रहे और अपने परिवार को भी इस कोरोना के संक्रमण से बचाए। उन्होने बताया कि लगातार सर्वे कर अन्य राज्यों के लोगों को उनके गृह राज्यों में भिजवाया जा रहा है। अब जिले में बिहार व यूपी के श्रमिक नही है ,और जो है तो वे अभी जाने के इच्छुक नही है। इस अवसर पर संबंधित अधिकारी मौजूद थे।