प्रवासियों से राज्यपाल ने कहा राजस्थान का राजभवन आपका घर है,यहां आते रहें

ब्यूरो हैड राहुल भारद्वाज

रीडर टाइम्स न्यूज़

जयपुर : राज्यपाल कलराज मिश्र ने प्रवासियों से कहा है कि वे अपनी जड़ों से जुड़ें। उन्होंने कहा कि राजस्थान का राजभवन आपका घर है, आप लोग यहां आते रहें। राज्यपाल ने कहा कि आप लोगों के आने से आपको और प्रदेश के लोगों को खुशी होगी।राज्यपाल शनिवार को यहां राजभवन में गवर्नर रिलीफ फण्ड के लिए बनाई गई फण्ड संग्रहण एवं सलाह समिति के प्रतिष्ठित प्रवासी राजस्थानी सदस्यों से वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा कर रहे थे। राज्यपाल मिश्र ने सभी सदस्यों से इस फण्ड की स्ट्रेंथनिंग के लिए चर्चा की।राज्यपाल ने कहा कि राजस्थान ऎसा प्रदेश है, जहां के उद्योगपति न केवल देश के दूसरे राज्यों में बल्कि अन्य देशों में बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान वीरों की भूमि है। यह भक्ति की पावन धरा भी है। यहां का इतिहास विशेष है। राज्यपाल ने कहा कि इस समय कोविड-19 चल रहा है। इस आपदा में या अन्य किसी असामयिक आपदा में राज्य के लोगों की मदद करना हम सभी का धर्म है। उन्होंने कहा कि विभिन्न परिस्थितियों का आंकलन करके राज्यपाल राहत कोष के लिए एक संरचनात्मक योजना बनाई जायेगी ताकि इससे समय-समय पर लोगों को राहत दी जा सके। राज्यपाल ने कहा कि इस कोष का उद्देश्य अधिक से अधिक लोगों को मदद पहुंचाने का होगा, चाहे मदद की राशि अल्प हो।

बैठक में शामिल हुए सीजी कॉर्प ग्लोबल के कार्यकारी निदेशक डॉ. वरूण चौधरी, चेन्नई के एन.सुगालचन्द जैन, बैंगलुरू के एच. केसरीमल बुराड जैन और मुम्बई के मोफतराज पी. मुनोत ने राज्यपाल मिश्र द्वारा किये जा रहे इस प्रयास की सराहना की। प्रवासी सदस्यों ने कहा कि वे लोग अपनी मातृ भूमि के लिए सहयोग करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों की मदद करने जैसे पावन कार्य में भागीदारी के लिए उन्हें जो अवसर राज भवन से मिला है, उसका लाभ वे अवश्य उठायेंगे। राज्य के प्रवासियों ने एकमत होकर कहा कि राजस्थान की भूमि और यहां के लोगो की मदद के लिए वे आगे बढकर सहयोग करने के लिए सदैव तत्पर रहेंगे।  प्रारंभ में बैठक की रूपरेखा राज्यपाल के सचिव सुबीर कुमार ने प्रस्तुत की। कुमार ने सभी प्रवासियों का आभार भी व्यक्त किया। इस मौके पर राज्यपाल के प्रमुख विशेषाधिकारी गोविन्द राम जायसवाल और वित्तीय सलाहकार संध्या शर्मा भी मौजूद थे।