सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना कर शाहाबाद के मोहल्ला चौक स्थित आर्य समाज मंदिर को कब्जाने की नियत से किया गया ध्वस्त

संवाददाता श्याम जी गुप्ता

रीडर टाइम्स न्यूज़

हरदोई : उत्तर प्रदेश के हरदोई जनपद के शाहाबाद कस्बे के मोहल्ला चौक में स्थित सैकड़ों वर्ष पुराने ऐतिहासिक आर्य समाज मंदिर को कब्जाने की नियत से ध्वस्त कर दिया गया । समाज के लोगों का कहना है कि अब ऐसा लगने लगा है कि योगीराज में मठ व मंदिर भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं शाहाबाद के मोहल्ला मौलागंज निवासी आर्य समाजी नवनीत गुप्ता नीतू ने आर्य समाज मंदिर को ध्वस्त कराकर कब्जाने का आरोप राम नाथ त्रिपाठी एवं दृष्टि मिश्रा पर लगाया है जिलाधिकारी को लिखे गए पत्र में नवनीत गुप्ता ने कहा है कि राम नाथ त्रिपाठी एवं दृष्टि मिश्रा का आर्य समाज मंदिर से कोई भी लेना देना नहीं है उक्त भवन नगर पालिका शाहाबाद के अभिलेखों में आर्य समाज मंदिर के नाम से दर्ज है। सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में अभिनिर्धारित किया है कि एक बार मंदिर बन जाने के बाद उस मंदिर में पूजा करने से किसी भी व्यक्ति को रोका नहीं जा सकता है मंदिर को एक बार सार्वजनिक रूप से पूजा करने के लिए खोल देने के बाद वह हमेशा के लिए सार्वजनिक हो जाता है अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि सार्वजनिक मंदिर की जमीन किसी की प्राइवेट संपत्ति कैसे हो सकती है आर्य समाजी नवनीत गुप्ता नीतू ने इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश , डीजीपी उत्तर प्रदेश , प्रमुख सचिव ,जिला अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक से की है। अब देखना यह है कि हिंदुत्व की झंडाबरदार उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार इस मामले में क्या कार्रवाई करती है ।