विश्व जनसंख्या दिवस पर सी एस सी में परिवार नियोजन के विविध उपायों पर स्टाल लगे

संवाददाता श्याम जी गुप्ता

रीडर टाइम्स न्यूज़

शाहाबाद(हरदोई) / विश्व की बढ़ती जनसंख्या के दुष्परिणामों से जनसमुदाय को अवगत कराने के लिए विश्व जनसंख्या दिवस पर सी एच सी में परिवार नियोजन के विभिन्न जागरूकतापूर्ण स्टाल लगाए गए। ब्लॉक प्रमुख प्र. नवनीत गुप्ता ने विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े का उद्घाटन किया। उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने कहा कि देश में बढ़ती जनसंख्या वृद्धि विकासशील बनने में बाधा उतपन्न कर रही है| इसलिए अब परिवार नियोजन जरूरी हो गया है। परिवार नियोजन के लिए महिलाओं का ही नहीं पुरुष नसबंदी भी जरूरी है। उपस्थित एएनएम, आशा कार्यकर्ता एवं डॉक्टरों को संबोधित करते हुए ब्लॉक प्रमुख प्र. ने कहा कि पुरुष द्वारा गर्भनिरोधक साधनों के प्रयोग के आंकड़े प्रभावशाली नहीं होने के कारण इन्हें जागरूक करना अब जरूरी हो गया है।

पखवाड़ा के दौरान लोगों को नसबंदी कराने एवं परिवार नियोजन के उपाय अपनाने के लिए घर-घर जाकर लोगों को प्रेरित किया जाए। साथ हीं जन समुदाय को सीमित परिवार के बारे में जागरूक करने के कार्यक्रम को गति देने पर भी बल दिया जाए। सी एच सी अधीक्षक डॉ प्रवीण दीक्षित ने बताया कि जनसंख्या स्थिरता जरूरी है और जनसंख्या स्थिरता के लिए परिवार नियोजन बहुत जरूरी है।इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को छोटे परिवार के फायदे एव बड़े परिवार के नुकसान की जानकारी देना है।

उन्होंने कहा कि जनसंख्या किसी भी देश की विकास की रफ्तार पर ब्रेक लगा देती है, इसलिए इसे नियंत्रण में रखने के लिए परिवार नियोजन के साधन अपनाना जरूरी है। टीबी, मलेरिया, आयुष, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजनाओं की स्टाल लगाकर जानकारी दी गई। सी एच सी अधीक्षक ने बताया कि कम समय में बार-बार गर्भधारण करना महिला के स्वास्थ्य पर विपरीत असर डालता है और मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर का प्रमुख कारण भी है।

उन्होंने बताया कि विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा चलाया जा रहा है। इसमें विवाह के उपरांत दो वर्षों तक पहले बच्चे में विलंब, दूसरे बच्चे के जन्म में तीन वर्ष का अंतराल, प्रसव एवं गर्भपात के बाद परिवार नियोजन के साधनों को अपनाना तथा परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाए जाने के संबंध में जागरूकता बढ़ाई जा रही है।

ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के अध्यक्ष अम्बरीष कुमार सक्सेना ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अलावा समाज कल्याण, बाल विकास व अन्य गैरसरकारी संस्थायें जनसंख्या स्थिरता को ले कर,परिवार नियोजन के अस्थायी व स्थायी साधनों के बारे में बताएं। ताकि आंगनबाड़ी की सेविकायें व सहायिकायें अपने अपने पोषक क्षेत्रों में लोगों को जनसंख्या स्थिरता के संबंध में जागरूक करने का काम करें। उन्होंने कहा कि आशाएं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां क्षेत्र की एएनएम के साथ मिलकर टीका करण और पोषण में सहयोग करें। लोगों को सीमित परिवार के लिए जागरूक करें। इस मौके पर ए एन एम रिंकी, प्रियंका,सुनील गिहार,आशाएं, स्टाफ नर्स आदि मौजूद रहीं।