डोर टू डोर सर्वे में कोई लापरवाही न बरती जाए : मुख्यमंत्री

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

1- पीएम ने देर शाम अपने आवास पर की आपात बैठक
2- आपदा काल में मानव सेवा ही हमारा धर्म

लखनऊ : प्रदेश में बढ़ता कोरोना संक्रमण सरकार के लिए रोज नई चुनौतियां पेश कर रहा है | प्रदेश में दूसरी बार कोरोना संक्रमितों की संख्या दो हजार का आंकड़ा पार कर गई है | प्रदेश के कई जिलों से कोरोना विस्फोट की खबरें आ रही हैं | राजधानी में भी कोरोना कि बढ़ती गति में ब्रेक लगाने के लिए चार थाना क्षेत्रों में लॉकडाउन लगाया गया है | सीएम ने मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए देर शाम उच्च स्तरीय आपात बैठक बुलाई जिसमें डोर टू डोर सर्वे कार्य में तेजी लाते हुए स्वास्थ्य विभाग को किसी भी तरह की कोताही न बरतने के निर्देश दिए गए हैं| प्रदेश में बढ़ते कोरोना मीटर पर सीएम ने बेहद सख्त रुख अपनाते हुए स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने के लिए कहा है उन्होंने कहा है कि इस आपदा काल में मानव सेवा ही हमारा धर्म होना चाहिए और इस कार्य में गलतियों के लिए कोई स्थान नहीं है | राज्य में हालात चिंताजनक है लेकिन हमारे हौसले से कोरोना परास्त हो जाएगा|

लखनऊ में रविवार के दिन कोरोना के सर्वाधिक 392 मामले सामने आए हैं जो अब तक की 24 घंटों में सबसे अधिक है | सरकार मामलों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं|हालांकि सरकार कुछ भी कहने से बचती नजर आ रही है लेकिन लगातार बिगड़ते हालात पर्दे के पीछे की असलियत बयान कर रहे हैं | सरकार द्वारा दिए गए आंकड़ों के इतर अधिकारी कुछ भी कहने से गुरेज कर रहे हैं |

राजधानी के कोरोना मरीजों को सरकार की लाख प्रयासों के बाद भी समुचित इलाज नहीं मिल पा रहा है | सीएमओ कार्यालय स्थित कंट्रोल रूम से भी सहायता के नाम पर सिर्फ आश्वासन ही मुहैया है | कोरोना मरीजों को बेड मिलना तो दूर की बात जिला अस्पताल में कोरोना मरीजों को सही दिशा निर्देश तक नहीं मिल पा रहे हैं जिससे मरीज सही सूचना और इलाज की तलाश में  इधर-उधर भटक रहे हैं | कुल मिलाकर सरकारी दावे महज बयानबाजी  तक ही सिमटे नजर आते हैं |राज्य में संक्रमित ओं की कुल संख्या 49247 हो गई है | जिसमें से 29845 मरीज स्वस्थ होकर घर वापस जा चुके हैं जबकि 1146 लोगों की मौत हो चुकी है|बिगड़ती व्यवस्था के पीछे का सच यह भी है कि इतनी बड़ी आबादी की व्यवस्था कर पाना सच में बेहद मुश्किल है | हम अगर सरकार की आलोचना की बजाय उनके द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन करें तो हम न सिर्फ अस्पताल जाने से बच पाएंगे बल्कि गंभीर मरीजों को आसानी से इलाज भी मिल सकेगा |