कोरोना संकट काल बना जीवन भर साथ

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

दुनिया भर के लोगो के लिए कोरोना एक काल बन गया हैं और इस संकट काल से उभरने के लिए हर व्यक्ति हर संभव प्रयास कर रहा हैं। और इस कोरोना ने 180 से भी ज्यादा देशो को चपेट में लिया हैं। इस कोरोना महामारी कि वजह से अब तक 6 लाख से ज्यादा लोगो कि मौत हो चुकी हैं। और डेढ करोड़ लोग इस बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं। इसके उपाए के लिए इसकी वैक्सीन कि खोज बराबर जारी हैं। और बल्कि कई देशो ने तो वैक्सीन बना लेने कि दवा भी कर लिया हैं। पर अभी उनमे कुछ ट्रायल पर हैं। कोरोना वायरस को लेकर हर कोई चिंता में रहता हैं कि बस कब इसका अंत होगा। और वही दूसरी हमारे देश के सरकार हर मुमकिन प्रयास करने में लगी हुई हैं लेकिन कुछ वैज्ञानिको कि मानना हैं वैक्सीन मिलने के बाद भी इस कोरोना महामारी पर काबू पाना मुश्किल हैं। और आने वाले साल में लोगो को कोरोना के साथ ही जीना पड़ सकता हैं। और ये भी हैं कि इस बीमारी के लक्षणों में इजाफा भी हो रहा हैं। शुरुआत में तो केवल चार ही लक्षण थे। पर अब धीरे धीरे लक्षणों में बढ़ोतरी हो रही हैं। जिसके चलते स्थिति बहुत बिगड़ रही हैं। और सरकार के लिए चुनौतियों कि घड़ी आ गई। जहां प्रतिदिन कोरोना मरीज मिलते ही जा रहे हैं।

कोरोना वायरस के शुरुआती चार लक्षण

तेज बुखार ,सुखी खासी ,गले में खराश , सास लेने में दिक्कत होना

और अब वही कोरोना के लक्षण जुड़ते ही जा रहे हैं। कि मुँह में चकत्ते पड़ना भी कोरोना का लक्षण माना गया हैं। स्पेन के डॉक्टरों का कहना हैं कि पिछले कुछ दिनों से उनके पास आए कोरोना संक्रमित मरीजों में चकत्ते वाले मरीज आए हैं। कोरोना के इस नए लक्षण के बारे में 15 जुलाई को (जामा डर्मेटोलॉजी) में प्रकाशित किया गया था। जानकारी से ये भी पता चला कि कोरोना वायरस और सामान्य फ्लू दोनों लक्षण एक ही जैसे हैं।