पढ़ाई का नया नियम 2030 तक100 फीसदी बच्चो स्कूल शिक्षा तक ले जाने का लक्ष्य

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

सरकार द्वारा नई शिक्षा निति का गठन। शिक्ष निति के तहत हर बच्चे को स्कूली शिक्षा तक पहुंचने का एक खास लक्ष्य हैं। इस सरकारी निति के तहत सरकारी व निजी स्कूल में एक ही नियम लागू होंगे। और इस निति से निजी स्कूलों की फ़ीस व पाठ्यक्रम वेतन कम लगेगा। निति में बहुत से बच्चो को शिक्षा के लिए जागरूक भी किया जाएगा जो बच्चे कभी स्कूल नहीं गए हैं| उन्हें भी ज्ञान को अर्जित करने के लिए प्रेरित व जागरूक किया जायेगा। इस निति से वेतन पर भी लगाम लग सकती हैं।

छोटे बच्चे जो 10 वी या 12 वी में होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए एक सिनिश्चित किया जायेगा की 24 विषय से अधिक विषय न हो। बच्चा अगर एक फल हो गया हो या अच्छा प्रदर्शन न कर पाया हो तो उसे दो से अधिक बार मौका दिया जाएगा। और अब 9 वी के बाद बच्चो को विषय चुनने का मौका भी दिया जाएगा। और 2022 की परीक्षा नए पाठ्यक्रम से शुरू की जाएगी।

 

मिड – डे मील सुविधा में नया नियम

गांव में रहने वाले गरीब ग्रामीण के बच्चो को शिक्षा के साथ जोड़े रखने लिए अब उन्हें ताजा व पौष्टिक नाश्ता भी दिया जाएगा। अब तक के नियम के अनुसार दोपहर में केवल भोजन ही मिलता था। पर अब इस साल से पौष्टिक नाश्ता भी दिया जाएगा। इसके आलावा बच्चे की शारीरिक जांच भी की जाएगी। और साथ ही हेल्थ कार्ड भी दिया जाएगा।

बच्चो को अधिक भारी बैग से मिलेगा छुटकारा

इस निति के मुताबिक बच्चो को अब मोटी किताबे नहीं पढ़नी पड़ेगी। जबकि उन्हें विषय को मूल सिद्धांतो व आसान शब्दों के द्वारा अधिक समझाया जाएगा। और केवल प्रयोगात्मक शिक्षा पर बल दिया जाएगा। सरकार का मानना हैं की , दो से आठ साल के बच्चो में मानसिक स्थिति काफी अच्छी होती हैं| और वो हर ज्ञान सिखने की कोशिश करते हैं। इसलिए इस उम्र में सीखने पर जोर दिया जाएगा। स्कूलों में सीखने के साथ स्किल ज्ञान पर अधिक फोकस दिया जाएगा। स्कूलों में बच्चो को उनके विषय के साथ अन्य विषयो की भी जानकारी दी जाएगी।