दौसा जिले के अरविंद का आईएएस में चयन में होने से उनके घर पर लगा बधाइयों का तांता,गांव में खुशी का माहौल

संवाददाता विष्णुदत्त शर्मा 

रीडर टाइम्स न्यूज़

सिकराय : दौसा जिले के सिकराय उपखण्ड के नाहरखोहर्रा ग्राम निवासी अरविंद मीणा जिनके पिता का बचपन में ही उनसे साया उठ गया था जिज़के बाद मां ने गरीबी में बीपीएल से मिलने वाले सरकारी सहायता से अरविंद को पाला पोषा परन्तु इस दौरान बचपन से ही मजबूत इरादे व बुलंद इच्छा शक्ति वाले अरविंद ने आईएएस बनने के सपने को संजोए रखा और आखिर वह दिन आ गया जब गरीबी,मुसीबतों के पहाड़ को तोड़ते हुए यूपीएससी की परीक्षा में अरविंद का 676 वीं रैंक से आईएएस में चयन हुआ,गरीबी और मुसीबतें भी अरविंद का रास्ता नहीं रोक पाई

सिकराय उपखंड क्षेत्र के छोटे से गांव नाहखोहर्रा में रहने वाला एक होनहार बच्चा अपनी विधवा माँ का हाथ बंटाने चलते काम काज में तो उतर गया लेकिन उसने अफसर बनने के अपने सपने को भी जिंदा रखा। भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन होने पर खुशी जाहिर करते हुए अरविंद ने बताया कि सभी के जीवन में कठिनाइयां आती है लेकिन मेरे जीवन में पिता का साया मेरे ऊपर से बचपन में ही उठ गया था जिसके बाद मेरी माता सज्जन देवी ने ही मेरी कठिन परिस्थितियों में मेरी पढ़ाई करवाई लेकिन मेरे मामा ने मेरा और मेरी माँ बहुत सहयोग किया । उन्होंने मुझे बहुत सहयोग किया। उन्होंने कहा कि मेरा परिवार बीपीएल परिवार से आता है इस दौरान उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय मां व गुरुजनों को दिया है।

अरविंद का परिवार अब भी पाटोल पोस में रहता है

भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन हुए अरविंद कुमार मीना ₹के पिताजी की बचपन में ही मौत हो जाने के चलते उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो गई थी और मां ने खेती-बाड़ी करके जैसे तैसे अरविंद को पाल पोस कर बड़ा किया व उसे पढ़ाया ऐसे में अरविंद मीणा के परिवार के हालात आर्थिक रूप से इतनी खराब है कि उनका पक्का मकान भी नहीं है वह पाटोल पोस में अपना गुजर-बसर करते हैं।

अरविंद की सफलता पर पूरे गांव में खुशी का माहौल 

भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयन होने के बाद सिकराय उपखण्ड के नाहर खोहर्रा गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है और गांव के लोग अरविंद के घर पहुंच कर बधाई दे रहे है ।लोगों ने अरविंद को बधाई देने व मिठाई खिलाकर व माला पहनकर अरविंद का स्वागत किया।