सिद्ध हो सकते हैं कोरोना के विरुद्ध भगवान् श्री कृष्ण के सुविचार व सूत्र

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

आज युद्ध कोरोना संक्रमण के विरुद्ध हैं। कोरोना के चलते बहुत से लोगो में कोरोना का डर हैं पर भी फिर भगवान् श्री कृष्ण के सुविचार व सूत्रों से इसे खत्म करने की कोशिश की जा सकती हैं। निराशा के बीच आशा की किरण बन सकते हैं| श्रीमदभगवद्गीता में जीवन उपदेश व आचरण पूरा विश्व इस कोरोना काल से गुजर रहा हैं| इस साल के पर्व महोत्सव आदि कोरोना वायरस से ग्रसित हो हुए हैं। और अभी तक ऐसा कोई पहलू नहीं हैं| जो इस कोरोना से प्रताड़ित न हुआ हो। सभी पहलू जैसे :- शिक्षा , व्यापार , स्वास्थ्य , परिवार , संबंध , धर्म ,जाति सभी अनगिनत पहलू को कोरोना ने प्रताड़ित किया हैं।

श्री कृष्ण जी बहुत ही प्रेम व धैर्य से कहते हैं की , धैर्य रखो जो एक दिन बढ़ेगा ,वह एक दिन जरूर घटेगा।और ऊँचे से ऊँचे पहाड़ के पास गहरी खाई होती हैं। और जीवन के उतार चढ़ाव तो आते ही रहते हैं। और वैसे ही यह कोरोना वायरस भी एक उतार चढ़ाव की तरह हैं। इस काल में वास्तव में खबर , सोशल मिडिया के जरिये ही सभी के आँख और कान बन गए हैं। केवल संक्रमित करना ही कोरोना का अस्त्र शस्त्र हैं। बल्कि इससे बचने के लिए ,घर पर रहना ,उचित दूरी बनाना ,ही हमारे अस्त्र शस्त्र हैं। और यही असली युद्ध हैं। पर ऐसे में धैर्य रखना अति आवश्यक हैं। हमें कोरोना काल में परिस्थति के प्रति नहीं होना पर अपने दायित्वों की जिम्मेदारी की तरफ समर्पण करना हैं।

इस कोविड काल में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर विश्व के सबसे बड़े प्रबंधन गुरु श्रीकृष्ण होते तो क्या वाणी बोलते यही की , “बचाव ही इलाज हैं ” और इस बार श्री कृष्ण जन्माष्टमी अपने घर पर ही मनाएं की ब्रज का भाव जीवन शैली बन जाये।

“बोलिये श्री कृष्ण कन्हैया लाल की जय”