घर के 70 प्रतिशत कूड़े का खुद कर सकते हैं निवारण

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

आज जो की कोरोना काल की ऐसे विपत्ति चल रही हैं। जहा हर व्यक्ति खुद को बचने की कोशिश कर रहा हैं और सरकार भी इससे बचने के लिए कड़े नियम लागू करते जा रही हैं। पूरी साफ सफाई का ध्यान रख रही हैं। ऐसे ही कचरा प्रबंधक प्रणाली जो की कोरोना की वजह से कचरे का बहुत अधिक निस्तारण कर रही हैं। और ऐसे विपत्ति में जिस भी प्रकार से कोरोना को भगाया जा सके। तो घर से निकलने वाले कूड़े की मात्रा को कम से कम करने की जरुरत हैं। अब सवाल यह खड़ा होता हैं की घर के स्तर पर अपने कचरे को गीले सूखे व खतरनाक कचरो से अलग करना होगा। अब खतरनाक कचरे में जैसे की , सैनेटरी कचरा , पीपीआई किट ,मास्क ,ग्लव्स , एक्सपायर्ड दवाये , और बैटरी आदि भी शामिल हैं। घर पर खाद बनाकर कचरे को कम किया जा सकता हैं। और इस बनाई गई खाद का प्रयोग घर के बगीचे में भी कर सकते हैं। और साथ ही प्लास्टिक की वस्तुओ पर अधिक मात्रा में कम करने की कोशिश करे।

क्योकि सैकड़ो हजारो वर्षो तक यह कचरा प्रदूषण पर ही रहता हैं। और कुछ खास बात यह भी हैं की जैसे , बांस का टूथब्रश , किरणे की दुकान से सामान खरीदने के लिए एक कपड़े का थैला , और पानी के लिए स्टील की बोतल का प्रयोग करे। इस तरह से प्लास्टिक का यूज कम होने लगेगा। जिससे हम लोग प्रदूषण को भी काबू में कर सकेंगे।

सेग्रीगेशन से संबंधित सभी सिस्टम करने की जरुरत

कूड़े कचरे जैसी समस्याओ का निस्तारण करने के लिए किसी भी संस्थागत या व्यावसायिक स्तर पर सही तरह से सिस्टम को सही तरह से करना होगा। जो सेग्रीगेशन से जुड़े हो। जैसे की कचरा डालने के लिए हर एक स्थान पर दो प्लास्टिक के डिब्बे होना अति आवश्यक हैं। और अगर हो सके तो गीले कूड़े का निस्तारण कार्यालय परिसर में बायोगैस प्लांट लगाकर किया जा सकता हैं। और सभी कार्यालय व संस्थाओ को कूड़े कचरे पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।