सरकार के नियमों को ना मानकर कुछ अधिकारी किसानों को रुला रहे हैं ; खून के आंसू ऐसा ,

संवाददाता राकेश कुमार

रीडर टाइम्स न्यूज़

मलिहाबाद के अमानीगंज में बना धान क्रय केन्द्र सरकार की धान क्रय नीति को जिम्मेदार नकारने से नहीं चूक रहे हैं पहले सैम्पल देखा फिर सोमवार को धान खरीदने ले लिए बुलाया लेकिन जब किसान धान लेकर पहुंचा तो खरीदने से मना कर दिया तब पीड़ित किसान ने मलिहाबाद एसडीएम को सूचित किया फिर तुरन्त एक्शन में एसडीएम मलिहाबाद केन्द्र प्रभारी को फटकार लगाने के बाद 70 प्रतिशत धान खरीदा और कहा गया की खसरा के अनुसार खरीद होगी।

सरकार लाख दावे करे लेकिन जिम्मेदार अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। किसान अपने धान को बेचने के लिए काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। ताजा मामला मनकौटी के किसान रामनाथ का है। जिनको पीडीएस क्रय केन्द्र जाकर कागजी खानापूर्ति करने के बाद सोमवार को धान लेकर बुलाया था। जब किसान करीब 50 कुन्तल धान लेकर क्रय केन्द्र पहुंचा तो हायब्रिड धान का प्रमाण पत्र न होने की बात कहकर धान खरीदने से इंकार कर दिया इस बात की जानकारी जब एसडीएम मलिहाबाद को हुई तो उन्होंने केन्द्र प्रभारी को फटकार लगाई तब जाकर 33 कुन्तल 20 किलो धान खरीदने के बाद यह कहकर वापस कर दिया की धान भरने के लिए बोरियाँ नहीं हैं धान रखने के लिए जगह नहीं हैं जितना नियमतः खरीद होनी थी वो हो गई बाकी कहा वापस ले जाओ। किसान रामनाथ ने कहा कि जब सैम्पल मंगाया था तो सारे दस्तावेज देखने के बाद कहा था कि पूरा 50 कुन्तल धान खरीद लिया जाएगा जब किसान लेबर,किराया लगाकर केन्द्र पर पहुंचा तो अब फिर बचा धान लेबर व किराया खर्च करके घर ले जाए ऐसे हालात में किसान के सामने आगे कुंवा पीछे खाई वाली कहावत चरितार्थ हो रही है।अब देखते हैं सरकार क्या करती हैं