हैरत में डाल रही आलू प्याज की बढ़ती महंगाई ,आखिर किया हैं कारण

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

इन दिनों आलू टमाटर प्याज के दाम तो आसमान छू रहे हैं। गौर किया जाए तो , अब तक शायद ही कभी आलू की कीमत पचास रुपये के ऊपर पहुंची हो। लेकिन इस बार तो आलू के साथ प्याज भी अपनी प्रतियोगता करते नज़र आ रहा हैं। आलू प्याज की महंगाई तो इस बार बहुत हैरत में डाल रही हैं। क्योकि कड़े लॉकडाउन के दौरान सब्जी की कीमते नीचे आ गई थी। किसान से लेकर व्यापारियों तक भी बहुत चिंता में पड़ गए थे। हलाकि की अभी भी हाल वैसे ही ,महाबंदी के दौरान जब सरकार ने सब्जी बेचने की लिए कुछ राहत दी थी , तो सब्जी बेचने वालो में बाढ़ आ गई थी , गांव ,शहर, घरो के सामने ही सब्जिया बेहद सस्ती कीमतों में मिलने लगी थी। महाबंदी के दौरान सभी लोगो का रोजगार ठप हो गया था। लिहाजा मिडिया पर भी एक अभियान शुरू हुआ था , की ठेले पर सब्जिया बेचने वालो से सब्जिया खरीदी जाए पर बिना मोलभाव के ताकि उनका भी रोजगार चल सके। और ताकि उनके घर में भी नियमित रूप से चूल्हा जल सके। सब्जियों की कीमत अगर ऐसे ही बढ़ती रही तो बेचने वाले कैसे अपना जीवन व्याप्त करेंगे। महाबंदी के दौरान में ऐसी स्थिति थी की दिल्ली जैसे महानगर में भी सब्जिया कम कीमतों पर मिलने लगी थी।

एक तर्क दिया जाता हैं की , सब्जियों की बढ़ती कीमतों से कृषि से तीन कानूनों में बदलाव जैसे की ,सब्जी की ढुलाई पर बढ़े खर्चे ,बेमौसम बारिश से फसल ख़राब होने की बात पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमत की वजह से ढुलाई के खर्च भी बढ़े हैं। पर अब तो परिवहन सेवा शरू हो गई हैं। इसलिए सब्जियों की महंगाई के लिए इस तर्क को तो ख़ारिज कर दिया जाना चाहिए।