योगी सरकार में सिर्फ किसानों पर लिखे जाते है मुकदमे रसूखदार भट्टा मालिको को है पूरी छूट

रिपोर्ट शरद द्विवेदी

रीडर टाइम्स न्यूज

पराली जलाए जाने को लेकर पता नही कितने किसानों पर मुकदमे व जुर्माना लगाया जा चुका है। जुर्माना इसलिए लगाया जा रहा है क्यो की भाजपा सरकार प्रदूषण को लेकर बेहद ही चिंतित है।लेकिन एक बात समझ से परे है जब सरकार प्रदूषण को लेकर इतनी ही चिंतित है वह देश के अन्नदाता पर तक मुकदमे लिख रही है तो आखिर उन रसूखदार भट्टा मालिको पर क्यो मेहरवान है जो बगैर प्रदूषण एन0ओ0सी0 के भट्टा संचालित कर रहे है। आज का प्रकरण ग्राम पीला महुआ ब्लाक टोडरपुर तहसील शाहाबाद में बने हिंदुस्तान ब्रिक फील्ड का है कई उच्च स्तरीय शिकायत के बाबजूद भी आज तक इस भट्ठे को राजनीतिक और संबंधित विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के कारण सीज नही किया।जब कि उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड उन्नाव ने दिनांक 17/08/2020 को अपने पत्रांक संख्या 735 में लिखित रूप से अवगत कराया है कि हिंदुस्तान ब्रिक फील्ड के पास एन0ओ0सी0 नही है व दिनांक 09/10/2020 को अपने पत्रांक संख्या 929 के माध्यम से भट्टे को कारण बताओ/भट्टे के संचालन के रोक का आदेश पारित किया लेकिन भट्टा आज भी संचालित है। भट्टे का सुचारू रूप से संचालन यह दर्शाता है कि भाजपा सरकार प्रदूषण नियंत्रण के नाम पर देश के किसानों पर मुकदमे लिख कर अत्याचार कर रही है और जो रसूखदार जिनकी तस्बीर बड़े बड़े मंत्रियों के साथ सोसल मीडिया पर पड़ी हुई है उनके द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के सरकार के सपने को चूर चूर करने वालो पर कोई कार्यवाही करने में भाजपा सरकार असमर्थ है।जिससे सिद्ध होता है कि भाजपा सरकार की कथनी और करनी में फर्क है।