जाने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण ,क्या कुछ हुआ बेहतर

शिखा गौड़ डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

इस कोरोना की मौजूदा स्थिति में जो काम किसी अपील से नहीं होता हैं | उसको किसी चीज का डर खुद ही करा देता हैं। और देखा जाए तो इस मौजूदा स्थिति में यह कहावत बिलकुल सटीक हैं। इस वायरस के डर की बदौलत सिर्फ बुरा ही नहीं हुआ। बल्कि काफी कुछ अच्‍छा भी हुआ है। कोविड-19 से पहले तक इनके बारे में सोचना भी गुनाह जैसा लगता था। कई बार सामाजिक तौर पर हम कई चीजों को करने से पीछे हट जाते थे। क्योकि हम लोगो की सोच पर निर्भर रहते कि लोग क्‍या कहेंगे। लेकिन अब ऐसा नहीं है।

जानें क्‍या हुआ इस दौरान अच्‍छा

कार्बन उत्सर्जन में आई गिरावट। कोविड-19 की वजह से वैश्विक तौर पर लगे लॉकडाउन का सबसे बड़ा फायदा कार्बन उत्‍सर्जन में गिरावट को लेकर हुआ है। विश्‍व की बड़ी संस्‍थाओं ने इस स्थिति को लेकर अपनी राय में भी कहा है। नेचर कम्‍युनिकेशंस मैग्‍जीन की खोज की रिपोर्ट में कहा गया कि, कोविड-19 के बाद लगे लॉकडाउन में अप्रैल तक कार्बन उत्‍सर्जन में करीब 17 फीसद तक की कमी आई थी। दैनिक स्‍तर पर इसमें ये गिरावट 17 फीसद तक रही है। ये तमाम आंकड़े इसलिए काफी महत्‍वपूर्ण है। क्‍योंकि हर साल वैश्विक स्‍तर पर कार्बन उत्‍सर्जन में कमी लाने की बात कही जाती रही है। लेकिन इस संबंध में कुछ खास नहीं हो पाया था। कोविड-19 ने इसको भी आसान बना दिया। प्रदूषण में आई गिरावट जिससे कोविड-19 के फायदे में दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह भी हैं की , प्रदूषण भी में कमी रहा है। भारत की ही यदि बात करें तो केवल कोविड-19 की वजह से पहली बार हुए लॉकडाउन के दौरान इसका असर भी दिखाई देने लगा था। पर अभी इस लिए अहमदाबाद पुणे , दिल्ली , मुम्बई , में २०-२५ फीसद तक गिरावट आई थी। बेहद कम समय में कोरोना का टिका विकसित विश्व में पहली बार चेचक का टिका , कोरोना वायरस की चपेट में दुनिया भर केर सभी लोग आ चुके हैं। और इसकी वजह से पूरी दुनिया के वैज्ञानिक इसकी वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं।