भ्रष्चारियो पर डी0 सी0 मनरेगा मेहरवान अभी तक नही की कोई कार्यवाही

रिपोर्ट शरद द्विवेदी

रीडर टाइम्स न्यूज़

सिर्फ कागजो पर लग गए पेड़ व पड़ गई खाद

सरकार एक से एक योजना निरन्तर चला रही है यह योजनाएं चाहे आवास की हो या शौचालय की या कोई अन्य ज्यादतर सरकार की योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई। सरकार ने पर्यावरण की समस्या को देखते हुए हर वर्ष लाखो बृक्षारोपण करने की एक योजना चलाई लेकिन हरदोई में यह योजना डी0 सी0 मनरेगा की कृपा से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई।ऑडिट में पाया गया कि बृक्षारोपण में भ्रष्टाचार हुआ है उसके बाबजूद अभी तक कोई भी कार्यवाही डी0 सी0 मनरेगा द्वारा नही की गई। सिर्फ स्पष्टीकरण देने का नोटिस भेज कर किये गए भ्रष्टाचार को फाइल में दबा दिया। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अहिरोरी ब्लाक के काइमऊ ,साहुलपुर ,कमोलिया ,कोट ,मदारा ,महूपूरी ,अहिरी ,अहीरोरी ,अकबरपुर , अथॉवा ,आदि ग्रामो में सिर्फ कागजो पर ही अशोका , सीता अशोक , मौलश्री ,के पेड़ लग गए व अपनी चहेती फर्मे तनुप्रिया नर्सरी ,प्रत्यूष नर्सरी मलिहाबाद ,बाला जी सप्लायर्स ,के द्वारा अति विशिष्ट पौधों की व गोबर की खाद की सप्लाई दिखा कर लाखो रुपये का गोलमाल किया गया है। स्पष्टीकरण की नोटिस की तय समयसीमा 28 नवंबर देने के बाद भी अभी तक डी0 सी0 मनरेगा ने कोई भी कार्यवाही न वी0डि0यो0 व ए0 डी0 ओ0 पर नही की है।दोषी अधिकारियों पर कार्यवाही न होना दर्शाता है

कि डी0 सी0 मनरेगा की भ्रष्टाचार में संलिप्तता है।

तानुप्रिया नर्सरी द्वारा बिल नम्बर 993, 982, 958, 905, 914, के कुल 160050 रुपये के बिल व प्रत्यूष नर्सरी मलिहाबाद द्वारा बिल नम्बर 42,34,37,41,के कुल 147160 रुपये के व बालाजी सप्लायर्स सुभास नगर द्वारा बिल नम्बर 529, 557, 504, 512, 546, 549,5 50, 532, 502, 503, 525, 533, 550, के कुल 225900 रुपये के बिल सम्मिट किये गए। आप लोगो के संज्ञान में लाना है कि यह कुछ ही बिल है जो चहेती फर्मो द्वारा सम्मिट किये गए है। अब आप लोग समझ सकते है कि हरदोई में कुल 19 ब्लाक है। यह छोटी सी तस्बीर एक ब्लाक में सम्मिट किये गए कुछ ही बिलो की है। अगर सभी ब्लाकों के चहेती फर्मो के समस्त बिल कितने रुपये के है का कुल योग कर दिया जाए तो समझा जा सकता है कि कितना बड़ा

भ्रष्टाचार विभागीय मदद से किया गया है।

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री से प्रकरण की शिकायत की जा चुकी है अब देखना यह है कि भ्रष्चारियो पर क्या कार्यवाही की जाती है या फर्जी आख्या लगा कर सरकारी धन को हड़प लिया जाएगा।