अवैध निर्माण पर लेखपाल क्यो नही कर रहा ध्वस्तीकरण की कार्यवाही

रिपोर्ट शरद द्विवेदी

रीडर टाइम्स न्यूज़

शिकायत पर आख्या लगा कर मामले को डाला ठंडे बस्ते में

जब से नई उपजिलाधिकारी आई है। तब से उनकी निष्पक्ष कार्यशैली की चर्चा हर जुबान पर है। लेकिन कुछ लेखपालों के कारण पूरा राजस्व विभाग बदनाम हो रहा है इन्ही लेखपालों में एक नाम नानक गंज ग्रांट के तैनात लेखपाल अमित मिश्रा का नाम आता है।किसी भी अवैध निर्माण पर सिर्फ आख्या लगा कर प्रकरणः को किस प्रकार बगैर किसी कार्यवाही के ठंडे बस्ते में डाला जाता है इस लेखपाल को बखूबी आता है। अभी तक पूर्व में अवैध निर्माण की शिकायत पर सिर्फ कागज पर ही बेदखली की कार्यवाही कर दी गई किसी भी अवैध निर्माण को ध्वस्त नही किया गया लेकिन अवैध निर्माणकर्ता वर्तमान समय मे अपने अपने अवैध निर्माणों में धड़ल्ले से रह रहे है। किसी भी अवैध निर्माण पर कोई भी कार्यवाही न होना दर्शाता है कि यह सारा खेल लेखपाल व भू माफियाओ की मिलीभगत से खेला जा रहा है।और कार्यवाही भी उन्ही प्रकरण में होती है जो मामले उपजिलाधिकारी के संज्ञान में आते है। आज भी सरकारी जमीन पर राजवीर सिंह,औसान जैसे लोग काबिज है। खाता संख्या 00720 जो कि बृक्षारोपण में दर्ज है उस जमीन पर खुलेआम रामचन्द्र व करुणाशंकर ने अवैध निर्माण बना लिया है। प्रकरण की जब शिकायतकर्ता सोनपाल वर्मा ने शिकायत की तब लेखपाल अमित मिश्रा ने आख्या का खेल खेल कर प्रकरण को ठंडे बस्ते में डाल दिया। सरकारी जमीन पर खुलेआम अवैध निर्माण हो जाना और कार्यवाही न होना कही न कही उपजिलाधिकारी की निष्पक्ष कार्यशैली को दागदार करता है।अब देखना यह है कि क्या एक बार फिर पूर्व की भांति सिर्फ कागजो पर ही सभी कार्यवाही करके प्रकरण को ठंडे बस्ते में डाल कर भूमाफिया को सरकारी जमीन पर काबिज करा दिया जाएगा या कोई कार्यवाही भी होती है यह काल के गर्त में है।