अजीत सिंह की हत्या में गैंगस्टर ध्रुव सिंह समेत दो अन्य लोगों पर एफ आई आर हुई दर्ज

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

राजधानी में गैंगवार एक की हत्या 2 लोग घायल

1- मऊ के रहने वाले अजीत सिंह की मौके पर ही मौत
2- मृतक का साथी और एक राहगीर भी गोली कांड की चपेट में

लखनऊ : गैंगवार में घायल मोहर सिंह ने गैंगस्टर ध्रुव सिंह उर्फ कुंटू , अखंड प्रताप सिंह और कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ डॉक्टर पर एफ आई आर दर्ज करवाई है l घायल मोहर सिंह ने पुलिस को बताया कि पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या में गवाही को रोकने के लिए अजीत सिंह को लगातार धमकाया जा रहा था और अगले हफ्ते इसी केस की गवाही होनी है इसी वजह से उसकी हत्या कर दी गई ल बताते चलें कि 2013 में आजमगढ़ में पूर्व विधायक सर्वेश सिंह की हत्या हुई थी और मृतक अजीत सिंह उसका चश्मदीद गवाह था ल अभी ठाकुरगंज में दिनदहाड़े हुई हत्या को 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि देर शाम तीन अज्ञात बदमाशों ने मऊ के रहने वाले अजीत सिंह और उसके साथी मोहर सिंह पर हमला बोल दिया l अजीत सिंह और उसके साथी ने जवाबी गोलियां चलाईं लेकिन अजीत को गोली लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई और उसका साथी भी गोली लगने से घायल हो गया l इस गोलीबारी में एक डिलीवरी मैन के पैर में भी गोली लग गई फिलहाल मोहर सिंह खतरे से बाहर है और पुलिस से मामले की पूछताछ कर रही है l खुलेआम हुए इस गैंगवार से राजधानी पुलिस सकते में आ गई सभी पुलिस के आला अधिकारियों ने मौके पर जाकर घटनास्थल का मुआयना किया पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने मीडिया को बताया कि मृतक अजीत सिंह जनपद मऊ का रहने वाला है और इस पर 18 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं l पांच हत्या के मुकदमे भी इस पर चल रहे हैं lसूत्रों की माने तो अजीत सिंह मुख्तार अंसारी गैंग का सदस्य था अजीत सिंह को 31 दिसंबर को जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर जिला बदर किया गया था l जिसके बाद सेवा राजधानी लखनऊ में रह रहा था उन्होंने कहा कि जानकारी जुटाई जा रही है गैंगवार के कारणों का भी पता लगाया जा रहा है l पुलिस कमिश्नर ने बताया कि लगभग 25 से 30 राउंड गोलियां चलाई गई है फॉरेंसिक टीम को 9mm और .32 के खोखे भी मिले हैं l गोमती नगर कठौता झील के पास इस गैंगवार को अंजाम दिया गया l कठोता झील के आसपास का इलाका काफी शांत और खुशगवार रहता है l लोग वहां सुबह और शाम को शहर के लिए आते हैं इस गैंगवार के होने के बाद पूरे इलाके में खासी दहशत का माहौल है साथ ही स्थानीय लोगों ने पुलिस के चेकिंग अभियान और पेट्रोलिंग पर भी सवालिया निशान लगाते हुए कहा है कि पुलिस अपराधियों से ज्यादा वाहन चालान पर ध्यान देती हैl यदि क्षेत्रीय पुलिस सतर्क रहती तो अपराधियों के हौसले बुलंद नहीं होते l