हरदोई के अधिकारियों को खूलेआम माँ बहन की गाली दे रहा सत्ता का संरक्षण प्राप्त अपराधी

रिपोर्ट शरद द्विवेदी

रीडर टाइम्स न्यूज़

पीड़ित रामसहाय अध्यापक का बयान सवायजपुर विधायक से बात करने को कह रहा था परशुराम

भाजपा सरकार में अपराधियों के हौसले किस कदर बुलन्द है यह इस ऑडियो से समझा जा सकता है हमारे द्वारा इस ऑडियो की सत्यता की पुष्टि नही की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार अध्यापक व हरदोई के अधिकारियों को माँ बहन की गाली देने वाला यह ब्यक्ति परशुराम पुत्र सुन्दरलाल निवासी ग्राम लालपुर थाना अरवल विधानसभा सवायजपुर ब्लाक सांडी जिला हरदोई का बताया जा रहा है ।प्राप्त सूत्रों से जानकारी के अनुसार इस अपराधिक किस्म के ब्यक्ति पर दर्जन भर से ऊपर गंभीर धाराओं के मुकदमे दर्ज है सत्ता का संरक्षण प्राप्त होने के कारण हरदोई के अधिकारियों को खुलेआम माँ बहन की गालिया दे रहा है।

दरअसल नोनखारा ब्लाक सांडी विधानसभा क्षेत्र सवायजपुर में अध्यापक पद पर ग्राम गुर्रा ब्लाक सांडी के निवासी रामसहाय अध्यापक पर पर तैनात है। वर्तमान समय मे अध्यापक रामसहाय को न्याय पंचायत छोछपुर का सुपरवाइजर बनाया गया है।चूंकि वोट बनवाने की अंतिम तारीख 3 जनवरी तक ही थी लेकिन लालपुर निवासी परशुराम ने दिनांक 05/01/2021 को रामसहाय को फोन किया कि कुछ वोट बना दीजिये जिसके जवाब में अध्यापक ने अवगत कराया कि अंतिम तारीख निकल चुकी है जिस पर आपराधिक किस्म के ब्यक्ति परशुराम ने 12 जनबरी आखरी तारीख है का हवाला देते हुए विधायक से बात करने की बात कही व संबंधित अधिकारियों को लाइन पर लेने की बात कही।जब अध्यापक ने कहा कि उनके पास कोई भी लिखित सूचना वोट बनवाने की तारीख को बढ़ाया गया है प्राप्त नही हुई है न ही उन्हें कोई दिशा निर्देश प्राप्त हुए है।अध्यापक द्वारा दिये गए इस जवाब पर परसुराम भड़क गया व अधिकारियों व अध्यापको को गाली गलौज करने लगा।

जब इस वाइरल ऑडियो के बारे में अध्यापक रामसहाय से बात की तो उन्होंने बताया कि परशुराम ने फ़ोन किया था व सवायजपुर विधायक माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू सिंह से बात करने को बोल रहा था।मुझे गाली गलौज करने के साथ साथ जान से मारने की धमकी दी है। मैंने ऑडियो को अपने अध्यापको के तीन ग्रुपो में डाल दिया है।जब इस संबंध में सवायजपुर विधायक से बात करने का प्रयास किया तो उनके नम्बर पर इनकमिंग सुविधा उपलब्ध नही है के कारण सम्पर्क नही हो सका । जहाँ एक ओर मुख्यमंत्री अपराध पर नकेल को कस रहे है वही दूसरी ओर सत्ता के संरक्षण में ही अपराध पल रहा है फिर आखिर अपराध पर नकेल कैसे लगेगी। दर्जनभर से ऊपर मुकदमे दर्ज होने के बाद भी एक अपराधी खुलेआम हरदोई की समस्त ब्यूरोक्रेसी को गालिया दे रहा है और अध्यापक को जान से मारने की धमकी तक दे रहा है व खुद ही परशुराम कबूल कर रहा है कि उस पर सोलह मुकदमे दर्ज है एक और हो जाएगा। परशुराम के इस बयान से समझा जा सकता है कि परशुराम जैसे अपराधियो के हौसले सत्ता का संरक्षण प्राप्त होने के कारण बुलन्द है। अब देखना यह है कि इस आपराधिक किस्म के व्यक्ति पर कोई कार्यवाही होती है या नही।