सरकार से कर रहा धोखाधड़ी एक समय में दो जगह नौकरी कर रहा युवक

संवाददाता मोहम्मद वैश

रीडर टाइम्स न्यूज़

जहां एक ओर देश में बेरोजगारी एक बड़ी समस्या बनी हुई है । वहीं दूसरी ओर कुछ ऐसे भी लोग हैं जो आम जनता का ही नहीं बल्कि सरकार का भी पैसा मारने पर तुले हुए हैं। ऐसा ही एक मामला जनपद सीतापुर के बिसवां तहसील में प्रकाश में आया। जहां पर एक युवक कमल कांत तिवारी जो की दो जगह संविदा पर नौकरी करते नजर आए। ऐसे में सवाल ये उठता है । आखिर कमलकांत को दो जगह नौकरी करने के लिए कागज किसने तैयार करवाए | क्या इसमें किसी आला अफसर की मेहरबानी है, अगर हां तो क्यों। यह वही लोग हैं जो आम जनता का पैसा उड़ा रहे हैं और जिनको वास्तव में नौकरी की जरूरत है वह दर-दर ठोकरें खा रहे हैं। ऐसे में सरकार कितने भी ठोस कदम क्यों नहीं उठाए लेकिन बेरोजगारी की समस्या कहीं ना कहीं बनी ही रहेगी हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को बेरोजगारी मुक्त करने के लिए बड़े-बड़े कदम उठाए हैं किंतु जहां पर ऐसे धांधली होती रहेगी वहां पर ऐसे कदम कितना सफल होंगे मिली जानकारी के अनुसार विश्वा तहसील निवासी कमल कांत तिवारी उम्र लगभग 28 वर्ष निवासी तहसील बिसवां एक ही समय में दो जगह पर नौकरी करते नजर आए ऑपरेटर का काम करते हैं और उसी समय में तहसील में भी डाटा ऑपरेटर का काम करते हैं सवाल उठता है कि एक आदमी दो जगह पर एक ही समय में कैसे नौकरी कर सकता है जब हमारी टीम की पड़ताल करने के लिए 5 सप्ताह पहले तो चीनी मिल के मैनेजर ने साफ मना कर दिया कि वह कमलकांत नाम की किसी युवक को नहीं जानते हैं किंतु जब हमारी टीम ने इसकी सघनता पूर्वक पड़ताल की तो पता चला वहां की चीनी मिल में ही ऑपरेटर का काम करता है ऐसे में सवाल यह भी उठता है क्या चीनी मिल के मैनेजर को किसी प्रकार का डर है या उनका भी कोई सांठगांठ है क्या किसी प्रकार का उनका भी पैसे का लेनदेन बना रहता है वही हमारी टीम इसकी पड़ताल करते हुए जब विश्वा तहसील पहुंची तो वहां भी पता चला कि खसरा और खतौनी निकालने वाले तथा डाटा एंट्री करने के लिए कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कमल कांत तिवारी कार्यरत है हमारी टीम ने इसकी पड़ताल करते हुए जब उपजिलाधिकारी से इसके बारे में पूछा तो उपजिलाधिकारी ने साफ मना कर दिया कि उनके संज्ञान में ऐसा कोई मामला नहीं है तथा उप जिलाधिकारी ने 3 दिन में जांच करके उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया किंतु अभी तक ना तो उपजिलाधिकारी की जांच पूरी हो पाई है और ना दोषी युवक पर कोई कार्रवाई हो पाई है आखिर आला अधिकारियों को उस पर संज्ञान लेने में इतना समय क्यों लग रहा है