घर की उत्तर दिशा कुबेर का है स्थान ; जानें कहां पर क्या होना चाहिए ,

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़

देखा जाये तो आज कल हर व्यक्ति खुश रहने के लिए अपने जीवन में कुछ न कुछ अच्छे काम करता क्योकि उसी अच्छे कामो से आपके चेहरे पर जो ख़ुशी होती हैं उसी से ही पता चल जाता हैं की आप मानसिक तौर पर खुश हैं।अपने अंदर एक आत्मविश्वास कीभी बहुत जरुरत होती हैं। जो चेहरे की मुस्कान को बाहर ला सके।

घर बनवाते समय आजकल हर डिजाइन और ट्रेंड का ध्यान रखा जाता है। मतलब घर ऐसे बन कर तैयार होना चाहिए की आपको तो पसंद ही आए साथ ही आपके लोगो को भी आपकी पसंद अच्छी लगे और कई बार तो ऐसा होता हैं की घर बनवाने के बाद आपको अफ़सोस होता हैं की घर की डिजाइन और ट्रेंड अच्छा नहीं हैं तो इसलिए घर हमेशा वास्तु शास्त्र के हिसाब से ही बनवाना चाहिए कई बार घर की गलत दिशा में खास चीजों को रखने से वास्तु दोष बन सकता है, जिससे घर में बड़ी परेशानियां हो सकती है। आज आपको बताते हैं कि घर की दिशाओं का सही उपयोग कैसे कर सकते हैं।

वास्तु के मुताबिक, घर की उत्तर दिशा को भगवान कुबेर का स्थान माना जाता है, इसलिए इस दिशा में तिजोरी या अलमारी का रखना शुभ माना जाता है। इसके अलावा कोई भी दूसरी चीज इस स्थान पर न रखें।

: – पूर्व दिशा

वास्तु के मुताबिक, पूर्व दिशा के स्वामी सूर्य देव और इंद्र देव होते हैं, इसलिए इस जगह को हमेशा खाली रखना चाहिए। नया घर बनवाने वाले ध्यान रखें कि घर के इस स्थान पर सूर्य की किरणों का आना बहुत जरूरी होता है।

: –  दक्षिण दिशा

वास्तु के मुताबिक, घर की दक्षिण दिशा में हमेशा भारी सामान होना चाहिए। ये जगह खाली न हो और यहां टॉयलेट या बाथरूम भी न बनाएं। इससे घर की सुख-शांति भंग होगी।

: –  पश्चिम दिशा

बाथरूम या टॉयलेट बनाने के लिए ये दिशा सबसे सही मानी जाती है। आप इस दिशा में किचन भी बना सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि किचन और बाथरूम सटाकर न बनाएं।

: – ईशान कोण

ईशान कोण को भगवान शिव का स्थल माना जाता है, इसलिए इस दिशा में पूजा घर बनवाएं। इस दिशा का स्वामी गुरु को माना जाता है।जब भी आप घर बनवाएं तो वास्तु की दिशाओं का ध्यान रखकर विभिन्न स्थानों को बनवाएं। यह आपकी तरक्की में मददगार हो सकता है।