मोटापे से लेकर बालों के झड़ने तक, Sex न करने से हो सकते हैं ये दुष्परिणाम


डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
सेक्स द्वारा स्त्री-पुरुष जो मनोरंजन प्राप्त करते हैं, वह मन और मस्तिष्क को शांति प्रदान करने वाला होता है। आजकल की इतनी व्यस्त लाइफ व लाइफस्टाइल में बेतरतीब खानपान , टेंशन और सोने – जागने की अनियमित दिनचर्या का सीधा असर लोगों की शादीशुदा ज‍िंदगी पर पड़ रहा है । कई बार थकान और शारीरिक कमजोरी के कारण सेक्सुअल रिश्ते ना बना पाना, कई बार काम की व्यस्तता के बीच सेक्स को अनदेखा करना, पति या पत्नी में से किसी एक का सेक्स के प्रति अरुचि होना, बढ़ती उम्र में सेक्स नहीं करना, जैसे कारणों से पति-पत्नी के बीच दूरी व रिश्तों में खटास आ जाती है। वैवाहिक जीवन में सेक्स में ठंडापन आने से जीवन में एक नीरसता उत्पन्न हो जाती है , जिसका असर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर दिखने लगता है, जिसके शीघ्रगामी और दूरगामी दुष्परिणाम देखने को मिलते हैं।

:- चिड़चिड़ापन और मूड में बदलाव
छोटी छोटी बातो पर या किसी से बात करने में चिड़चिड़ाना – झल्लाना, परिवार के लोगों से या बाहर के लोगों से उलझना आदत में शामिल होने लगता है। व्यक्ति किसी से भी बात करना पसंद नहीं करता हैं। और अकेला रहना पसंद करने लगता हैं। असंतुष्टि बढ़ने लगती है। सोच में बदलाव आने लगता है। इसी कारण धीरे – धीरे लोग भी उनसे कतराने लगते हैं।

:- ​सिरदर्द और एकाग्रता में कमी
सिर में दर्द रहने लगता है। सिर के अंदर और पीछे के हिस्से में दर्द ज्यादा महसूस होता है। आंखों के आगे अंधेरा छाने लगता है। दर्द कभी – कभी इतना ज्यादा होता है कि उल्टी आने लगती है। किसी भी काम को ज्यादा देर तक ध्यानपूर्वक करने से परेशानी होने लगती है और व्यक्ति थकने लगता है। सेक्सुअल लाइफ सुखद न रहने पर व्यक्ति तनाव में रहने लगता है, जिसके कारण वह बाहरी दुनिया से कटने लगता है और अपनी ही दुनिया में खोया रहता है। उसकी कमजोरी बढ़ने लगती है और उसे शारीरिक शिथिलता महसूस होने लगती है। थकावट के कारण काम करने में मन नहीं लगता।

स्तनों का आकार बढ़ने लगता है। उनमें ढीलापन आ जाता है, हाथ लगाने से दर्द का अनुभव होता है, स्तन कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। ग्लैंड में परिवर्तन होने से बच्चेदानी के कैंसर की दर बढ़ जाती है, यह एंडोमीडियम में ज्यादा होता है। थायराइड ग्लैंड में कम मात्रा में हार्मोन्स उत्पन्न होने लगता है, जिससे शारीरिक प्रतिक्रियाएं कम होने लगती हैं। शरीर में मूत्र की मात्रा बढ़ने लगती है। और बार – बार पेशाब करने जाना पड़ता है। पेट में गैस बनने की समस्या होने लगती है। समय-असमय पसीना आने लगता है, मुंह लाल हो जाता है, दिल घबराने लगता है, चक्कर और उल्टी भी आ जाती है। बालों का असमय गिरना , झड़ना, और सफेद हो जाना शुरू हो जाता है। चेहरे और शरीर के बालों में कमी आने लगती है। शरीर में वसा की मात्रा बढ़ने लगने लगती है। मांसपेशियां पतली और लचीली होनी शुरू हो जाती हैं, नामक और पानी की मात्रा बढ़ने लगती है, जिससे शरीर फूलने लगता है।

 

:- ब्लड क्लोटिंग और हार्ट अटैक की समस्या
ब्लड क्लोटिंग यानी खून जमने की समस्या होने लगती है, जिससे दिमाग में स्ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है। दिल का दौरा पड़ने की संभावना बढ़ जाती है, जो मृत्यु का एक महत्वपूर्ण कारण होता है।

: – ओरल सेक्स को प्राथमिकता
लिए सेक्स के दूसरे तरीके अपनाने लगते हैं, जैसे-ओरल सेक्स करना या परपुरुषों या अन्य स्त्रियों के साथ सेक्सुअल संबंध बनाना। इसमें दूसरा तरीका ज्यादा खतरनाक होता है और सतर्कता न बरतने पर विभिन्न प्रकार की बीमारियों को आमंत्रित कर सकता है। प्रत्येक स्त्री-पुरुष के जीवन में सेक्स महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है , यह मनोरंजन के सभी साधनों में सर्वोपरि है। दाम्पत्य जीवन में सेक्स सिर्फ आनंद प्राप्ति के लिए नहीं किया जाता, बल्कि वंशवृद्धि और आपसी रिश्ते को मजबूत बनाने के साथ-साथ ताउम्र मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए भी किया जाता है।