यौन रोग के कारण और बचाव के तरीके

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
असुरक्षित यौन संबंध बनाने के कारण स्त्री और पुरुषों में होनेवाले यौन रोग सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन होते हैं। ये यौन रोग कई प्रकार के होते हैं। मुख्य रूप से इसमें एचआईवी/एड्स, सिफलिस, माइकोप्लैज़्मा जेनिटेलियम, गनोरिया, शेंक्रोइड, कौंडिलोमा, ट्राइकोमोनीअसिस, ह्यूमन पेपिलोमा वायरस संक्रमण, हर्पीस जेनिटालिस, हेपेटाइटिस, प्यूबिक लाइस, आदि शामिल हैं। इन यौन रोगों के नतीजे बहुत भयानक होते हैं, इसलिए इन्हें हल्‍के में नहीं लिया जाना चाहिए। इनमें से कुछ बीमारियां लाइलाज होती हैं, कुछ बीमारियों को ठीक किया जा सकता है, तो कुछ का इलाज जिंदगीभर चलता है। कुछ यौन रोगों के कारण तो व्यक्ति की मृत्यु भी हो जाती है। यही वजह है कि डॉक्टर यौन बीमारियों के इलाज से ज्यादा उसके बचाव के तरीकों पर जोर देते हैं ताकि संक्रमण की स्थिति ही पैदा न हो। इसलिए इन रोगों के होने के पीछे जिम्‍मेदार वजहों को जानने की जरूरत है ताकि इन बीमारियों से बचा जा सके।

किन कारणों से होती है यौन संबंधित बीमारियां :- असुरक्षित तरीके से सेक्स करना एक से ज्यादा पार्टनर्स के साथ सेक्स करना, खुद को कोई सेक्सुअली इंफेक्शन होने पर दूसरे पार्टनर के साथ असुरक्षित सेक्स करने से, वेश्याओं के साथ फिजिकल रिलेशन बनाने से यौन संबंधित बीमारियों के होने का खतरा बहुत ज्यादा रहता है। फिर भी ज्यादातर लोग यौन संबंधी बीमारियों की गंभीरता को समझने को तैयार नहीं हैं।

कंडोम का उपयोग न करना :- जहां एक ओर दुनिया सुरक्षित सेक्स के प्रति जागरुक हो रही है, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो इस बात की गंभीरता को समझने को तैयार ही नहीं हैं, इसलिए कंडोम के इस्तेमाल में लापरवाही करते हैं। कंडोम इस्‍तेमाल न करने की आदत सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज और उससे जुड़े दूसरे इन्‍फेक्‍शन में होने वाली बढ़ोतरी के लिए सबसे ज्‍यादा जिम्‍मेदार है।

ड्रग्‍स के नशे में कई पार्टनर्स के साथ सेक्‍स करने से :- नशीली दवाओं के इस्‍तेमाल से महिलाओं में सिफलिस जैसा यौन संचारित रोग बढ़ने की घटना काफी देखने को मिली है। खासकर, उन्मादी तरीके से सेक्स करने के लिए सेक्‍स के दौरान ड्रग्‍स का इस्‍तेमाल करना एक बड़ी वजह है। सेक्‍स के दौरान ड्रग्‍स लेने से असुरक्षित सेक्‍स करने और कई पार्टनर्स के साथ सेक्‍स करने का जोखिम काफी बढ़ जाता है, जिसके कारण यौन रोगों के होने की संभावना भी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।

 

:- यौन संबंधित रोगों से बचाव के तरीके
* सेक्सुअल रिलेशन बनाने के दौरान कंडोम का इस्तेमाल जरूर करें।
* फिजिकल रिलेशन बनाने के पहले और बाद में जननांगों को जरूर धोएं।
* बुखार, वायरल, किसी इंफेक्शन से ग्रस्त होने पर और पीरियड के दौरान सेक्स करने से बचें। अन्यथा आपका पार्टनर हेल्थ प्रॉब्लम की समस्या में फंस सकता है।
* अजनबियों के साथ सेक्सुअल रिलेशन बनाने से बचें।
* सिर्फ अपने पार्टनर के साथ सेक्सुअल रिलेशन बनाएं। यह सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज के खतरे को कम करता है।
* किसी अन्य का टॉवल या अंडरगार्मेंट शेयर न करें।
* अपना रेगुलर टेस्ट करवाएं ताकि आप किसी सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज से संक्रमित है या नहीं, इसके बारे में पता लगाया जा सके।
* हेपेटाइटिस-बी का वैक्सिन लगवाएं।

:- सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन से संक्रमित होने पर क्या करें
अगर टेस्ट करवाने पर आप एसटीआई या एसटीडी पॉजिटिव निकलते हैं, तो आपको कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है।
* सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन से संक्रमित होने पर एहतियात के तौर पर अपने पार्टनर का टेस्ट भी जरूर करवाएं।
* तब तक सेक्स करने से दूर रहें, जब तक आप पूरी तरह स्वस्थ न हो जाएं।
* डॉक्टर के निर्देशों का गंभीरता से पालन करें।
* सेक्स के दौरान कंडोम का इस्तेमाल जरूर करें।
* समय-समय पर अपना टेस्ट करवाते रहें ताकि इसका पता चल सके कि एसटीडी कितना कंट्रोल हुआ है या ठीक हुआ है