कौन बनेगा मंत्री! बजने लगी फोन की घंटी, दिल्ली के लिए रवाना हुए सोनोवाल


डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
कैबिनेट विस्तार की राह पर मोदी सरकार ने कदम बढ़ा दिया है। मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नए चेहरों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित वरिष्ठ नेताओं एवं मंत्रियों के साथ हाल के दिनों में कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। रिपोर्टों के मुताबिक मोदी सरकार की कैबिनेट में जिन्हें मंत्री पद दिया जाना है, उन्हें दिल्ली से फोन जाने लगे हैं। चर्चा असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के मंत्री बनाए जाने की भी है।

इन चर्चाओं के बीच सोनोवाल दिल्ली के लिए गुवाहाटी से रवाना हो गए हैं जबकि सिंधिया आज शाम तक दिल्ली तक पहुंचेंगे। सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल में जिन नए चेहरों को शामिल किया जाना है उन्हें दिल्ली से फोन जाने लगे हैं।

मोदी कैबिनेट में अभी 53 मंत्री :- सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री अपनी कैबिनेट की संख्या 81 तक ले जा सकते हैं। मोदी सरकार का अभी तीन साल का कार्यकाल शेष है। अपने प्रशासन को और मुस्तैद एवं कामकाज में तेजी लाने के लिए प्रधानमंत्री उन विभागों में नए चेहरों की तैनाती कर सकते हैं जो अभी रिक्त हैं। मोदी सरकार में अभी मंत्रियों की संख्या 53 है। यानि कि मंत्रिमंडल के 28 पद भरे जा सकते हैं। मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नामों पर अंतिम मुहर लगाने के लिए प्रधानमंत्री की कैबिनेट के अपने वरिष्ठ साथियों के साथ आज अहम बैठक होनी है।

सिंधिया ने की महाकाल की पूजा :- ज्योतिरादित्य सिंधिया मंगलवार को उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर पहुंचे और यहां उन्होंने भगवान शिव की पूजा-अर्चना की। रिपोर्टों में कहा गया है कि कैबिनेट विस्तार में सिंधिया को जगह मिलनी तय है। उन्हें दिल्ली से फोन आया है, वह शाम तक दिल्ली पहुंच जाएंगे।

पशुपति पारस भी बन सकते हैं मंत्री :- राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इस बार कैबिनेट विस्तार में भाजपा के सहयोगी दलों जनता दल-यूनाइटेड से दो लोगों और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के बागी पशुपति पारस को मंत्री बनाया जा सकता है। इसके अलावा कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया , असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, अपना दल की अनुप्रिया पटेल और महाराष्ट्र से किसी को मंत्री बनाया जा सकता है। इसके अलावा जिन राज्यों में अगले कुछ महीनों में चुनाव होने हैं, वहां से कुछ चेहरों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।