विधायक से मिलने से पहले उनके प्रतिनिधि से लगाई थी ; ममतां ने न्याय की गुहार ,

रिपोर्ट शरद द्विवेदी
रीडर टाइम्स न्यूज
सवायजपुर विधायक इन दिनों चर्चा में बने हुए हैं। दरअसल उन्ही की पार्टी भाजपा की मंडल अध्यक्ष ममतां बाजपेयी ने विधायक पर अभद्रता करने का लिखित रूप से आरोप लगाया है। विधायक प्रतिनिधि रजनीश त्रिपाठी व ममतां बाजपेयी के ऑडियो से दो बात तो निश्चित रूप से साफ हो गई है कि ममतां बाजपेयी विधायक से मिलने का कोई भी इरादा नही था। और यह कोई राजनीतिक साजिश नही है। क्योंकि अगर ममतां बाजपेयी की समस्या का समाधान विधायक के प्रतिनिधि ही कर देते तो विधायक जी से ममतां बाजपेई मुलाकात ही न करती। जब ममतां को विधायक प्रतिनिधि से न्याय नही मिला व प्रतिनिधि ने अपनी असमर्थता जाहिर की तत्पश्चात मजबूरन ममतां को विधायक से मिलना पड़ा और विधायक चर्चा का विषय बने हालांकि ममतां बाजपेयी द्वारा जो आरोप लगाए गए है।

वह हवा हवाई है पीड़िता के पास इस घटना से सम्बंधित कोई भी सबूत मौजूद नही है। लेकिन पीड़िता के आरोपो को बल इसलिए और मिल जाता है। क्योंकि पूर्व में सवायजपुर विधायक द्वारा विमल मिश्रा के साथ खुलेमंच से अभद्रता करने का वीडियो वायरल हो चुका था। जिस कारण जनता में एक सँदेस चला गया था। या यूं कहें कि उनके राजनीतिक विरोधियों ने ब्युमर फैला दिया कि विधायक की मानसिकता ब्राह्मण विरोधी है। लेकिन महज कुछ घटनाओं से किसी को एक विशेष समुदाय का दुश्मन नही कह सकते है। लेकिन हर बार ब्राह्मण ही विधायक का कोप का भाजन क्यो होता है। यह भी एक बड़ा सवाल है। ममतां बाजपेई जिलाध्यक्ष सौरभ मिश्रा से भी न्याय की गुहार लगा चुकी है। लेकिन वह मौन है।

लेकिन एक बात तो तय है कि समय के साथ इस प्रकरण को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा क्योंकि विमल मिश्रा के साथ अभद्रता जब हुई थी तब उसके सभी सबूत मौजूद थे तब विधायक जी पर कोई कार्यवाही नही की गई तो ममतां बाजपेई के प्रकरण में कार्यवाही न होना लाजमी है।