भ्रष्टाचार की जमीन पर खड़ा रसूखदार का कॉलेज

रिपोर्ट शरद द्विवेदी
रीडर टाइम्स न्यूज़
नियमविरुद्ध आदेस कराकर हड़प ली कई बीघा सरकारी भूमि वर्ष 2017 में जब भाजपा की सरकार बनी तब पता नही कितने सपाई बसपाई भगवाधारी हो गए आज के प्रकरण से समझा जा सकता है कि जिन धनंजय मिश्रा जी ने स्मृति ईरानी को काले झंडे दिखाए हो वह आज भाजपाई क्यो है इसका प्रमुख कारण यह कि पूर्व में किये गए भ्रष्टाचार पर पर्दा पड़ा रहे।हमारी पड़ताल में पाया गया कि मालिहामऊ में जो पूर्व ब्लाक प्रमुख का कालेज बना है वह  भ्रष्टाचार की जमीन पर बना हुआ है।

गलत तरीके से चारागाह,तालाब,बंजर, खाते में दर्ज जमीन को गलत आदेशो के तहत संस्था के नाम कराया गया। हमारी पड़ताल में जो तथ्य दस्ताबेज हाथ लगे है उससे समझा जा सकता है कि किस प्रकार एक बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया।किस प्रकार राजनीतिक दबाब के चलते गलत आदेस कराए गए उन भूमियों को परिवर्तित किया गया जो किसी भी हालत में क़ानूनी रूप से बदला नही जा सकता था। यह सारा खेल सपा बसपा की सरकार में अंजाम दिया गया। भ्रष्टाचार पर कार्यवाही न हो इस कारण सत्ता का साथ जरूरी है।

हालांकि वर्ष 2017 में प्रकरण की उच्च स्तरीय शिकायत की गई लेकिन मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया इसका प्रमुख कारण इस संस्था को लंबे समय से राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है।