वैक्सीनेशन के नाम पर हो रही है जमकर धोखाधड़ी

पत्रकार सौरभ सैनी
रीडर टाइम्स न्यूज़
1- बिना वैक्सीनेशन लगवाए ही लोड हो जाता है सर्टिफिकेट
2- टीकाकरण अभियान को अपने ही लगा रहे हैं पलीता
3- आजकल राजधानी में वैक्सीनेशन को लेकर मच रही हैं काफी हाय – हाय
लखनऊ : प्रदेश की राजधानी में ही कोरोना टीकाकरण को लेकर एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है जहां बिना कोरोना वैक्सीन के लगे ही पूरी डिटेल के साथ टीकाकरण का सर्टिफिकेट मोबाइल पर प्राप्त हो गया। सर्टिफिकेट को देखकर लाभार्थी के होश उड़ गए जबकि कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज़ उस को लगी ही नहीं थी। जब उसने वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर इसके बारे में वहां मौजूद जिम्मेदार लोगों को बताया तब भी सेंटर पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मचारियों ने इसके प्रति न तो गंभीरता दिखाई और ना ही सुनवाई की। कोरोना जैसी जानलेवा बीमारी को लेकर इस तरह की लापरवाही बरतना किसी की जान से खिलवाड़ करने जैसा ही है।

पूरा मामला कुछ इस प्रकार है कि हर्षित रस्तोगी जिन्होंने वैक्सीनेशन के लिए स्लॉट बुक किया था और 16 तारीख को उनको महानगर के डीआरडी हॉस्पिटल में कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए बुलाया गया था । लेकिन बिना वैक्सीन लगे ही उनके मोबाइल नंबर पर वैक्सीन कंपलीशन का सर्टिफिकेट आ गया । जिसे देखकर वह चौक पड़े और सेंटर पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मचारियों की इसके बारे में बताया लेकिन उनकी बात वहां मौजूद किसी भी कर्मचारी ने नहीं सुनी और ना ही उन्हें उनकी वैक्सीन की दूसरी डोज ही लगाई गई।

इस पर हर्षित रस्तोगी ने टीकाकरण के नाम पर हो रहे गोलमाल को इंगित करते हुए कहा कि ऐसा मेरे अलावा पता नहीं और कितनों के साथ हुआ होगा। इस तरह से यह लोग वैक्सीन बचाकर प्राइवेट अस्पतालों को देकर मोटी कमाई कर रहे हैं । वैसे भी वैक्सीन की लगातार कमी चल रही है इस कारण विभागीय कर्मचारियों की मदद से इस तरह की साजिश को अंजाम दिया जा रहा है।