Covid-19 के कारण लोगों को लगी ऑनलाइन रहने की बुरी लत

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
कोविड महामारी के कारण लगभग हर तीन में से दो (66 प्रतिशत) व्यक्ति को ऑनलाइन रहने की आदत लग गई है. इस बात की जानकारी के मुताबिक जिसमें 1000 से ज्यादा लोग शामिल है। इस सर्वे में पता चला है कि भारत में व्यवसाय काम या एजुकेशनल टाइम के बजाय औसतन प्रतिदिन 4.4 घंटे स्क्रीन के सामने व्यतीत करते हैं. इसके अलावा 10 में से 8 (82 प्रतिशत) लोगों ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान एजुकेशन या काम के अलावा फोन पर ज्यादा समय बताना शुरू कर दिया है।

सर्वे में पता चला है कि लोग अन्य डिवाइस की बजाय सबसे ज्यादा समय फोन पर बिता रहे हैं. ज्यादातर भारतीय वयस्कों (72 प्रतिशत) ने इस बात को माना कि स्क्रीन के सामने ज्यादा समय बिताने से उनके फिजिकल हेल्थ पर प्रभाव पड़ रहा है. वहीं आधे से ज्यादा (55 प्रतिशत) लोगों ने कहा कि इसने लोगों के मेंटल हेल्थ पर भी प्रभाव पड़ा है। महामारी ने हमारे अलग-अलग कामों के लिए स्क्रीन पर डिपेंड रहने की अवधि को बढ़ा दिया है जिसे ऑफलाइन किया जा सकता है. हालांकि, प्रत्येक व्यक्ति के लिए अपने ऑन-स्क्रीन और ऑफ-स्क्रीन समय के बीच एक स्वस्थ संतुलन बनाए रखना महत्वपूर्ण है ताकि उनके स्वास्थ्य और इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि उनके बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।

सर्वे में यह भी दिखाया गया है कि भारतीय वयस्कों में स्मार्ट होम डिवाइसेज और उन्हें बनाने वाली कंपनियों में विश्वास की कमी आई है. इसमें से आधे से ज्यादा लोगों ने सिक्योरिटी और प्राइवेसी के कारण स्मार्ट होम डिवाइस खरीदने से मना कर दिया. इसके अलावा 40 प्रतिशत लोगों ने स्मार्ट होम डिवाइस के बारे में कम जानकारी होने और मैन्युफैक्चर्रस द्वारा यूजर्स के डेटा के इस्तेमाल को लेकर जानकारी न देने पर ऐसे डिवाइस को न खरीदने की बात कही है।