हर कपल्स को पालन करने चाहिए सेक्स के 4 नियम

डेस्क रीडर टाइम्स न्यूज़
सभी कपल्स चाहते हैं कि उनकी मैरिड लाइफ आनंदपूर्ण और सुखी हो। इसके लिए खूब कोशिशें भी की जाती हैं, लेकिन फिर भी अधिकांश लोगों की शिकायत होती है कि उनकी शादीशुदा जिंदगी बहुत बोरिंग हो गयी हैं। वास्तव में हम सुखी दांपत्य जीवन के तीन प्रमुख सूत्र आदर , विश्वास और प्रेम को भूलते जा रहे हैं। इसके अलावा एक कपल के जीवन में प्रेम की सबसे बड़ी बुनियाद होती हैं। सेक्स अपने पार्टनर के साथ एक अच्छी साझेदारी बनाने का अवसर तो देता है। सेक्स एक नाजुक क्रिया है। लेकिन एक हैप्पी सेक्सुअल लाइफ के लिए केवल अपने पार्टनर के साथ ही बात करना जरूरी नहीं है।

👉 बहुत बार ऐसा होता है कि कपल सेक्स करते हैं, जबकि उनकी करने की इच्छा नहीं होती। न चाहते हुए भी सेक्स करने का कारण सबसे महत्वपूर्ण है कि लोग अपने पार्टनर के साथ बहस या नाराजगी से बचना चाहते हैं। समस्या यह है कि विवशतापूर्वक सेक्स करना वास्तव में कभी भी संतोषजनक नहीं होता है, और यह अक्सर आपको संकोचशील भावनाओं की ओर ले जाता है।

👉 सेक्स के दौरान पुरुष और महिलाएं अक्सर क्रिया कुछ सेक्सुअल बिहेवियर में शामिल होना नहीं चाहते हैं, फिर भी करते हैं। इनमें से सबसे कॉमन है ओरल सेक्स करना। ज्यादातर महिलाएं पुरुषों के द्वारा ओरल सेक्स करने में कंफर्टेबल फील नहीं करती हैं या पुरुष कंफर्टेबल नहीं होते। इसलिए दोनों पार्टनरों को एक दूसरे की सहमति से सेक्सुअल बिहेवियर करना चाहिए। ओरल सेक्स करने से अगर दोनों पार्टनर को खुशी मिलती है, तो जरूर करें।

👉 कपल्स अपने पार्टनर के साथ एक से ज्यादा बार फिजिकल रिलेशनशिप बना सकते हैं, यदि वे इसके लिए कंफर्टेबल हैं। आज के समय में अधिकतर पति-पत्नी दोनों वर्किंग होते हैं और पूरे सप्ताह अपने कार्यों में बिजी होते हैं, तो ऐसे में यदि उन्हें लगता है कि सेक्स के लिए अलग से समय निकालना पड़ेगा, तो उनके लिए रोज सेक्स करना मुश्किल हो जाता है। लेकिन अगर उन्हें लगता है कि वे कम समय में भी इसे आराम से कर सकते हैं, तो जरूर करें। साथ ही एक-दूसरे से अवश्य पूछें, “क्या आप आज की रात सेक्स के लिए तैयार हैं या नहीं?” आपका यह व्यवहार फ्लैक्सिबल लगेगा और आपके पार्टनर को भी कोई समस्या नहीं होगी।

👉 मादकता से भरा सेक्स भी तन-मन को तृप्त कर देता है, इसके लिए ऑर्गेज्म पाने को ही महत्व देने की जरूरत नहीं है। हालांकि कुछ लोग ऐसा मानते हैं। सच्चाई तो यह है कि सेक्स के दौरान क्लाइमेक्स तक पहुंचने का लक्ष्य रखना कभी-कभी प्रतियोगिता का रूप ले लेता है और आपकी इंटीमेटी को कम कर देता है। इसलिए यदि मूड और सही है और समय पर्याप्त है, तो ऑर्गेज्म के चरम तक पहुंचने के लिए अवश्य कोशिश करें और एक नेचुरल फ्लो के साथ एक खूबसूरत एक्सपीरियंस के रूप में समग्र रूप से सेक्स करना चाहिए।

👉 ध्यान रखें कि सेक्स को रोमांचक बनाने के लिए आपके प्रयास लगातार चलते रहने चाहिए। ऐसे में दोनों के बीच आपसी समझ और चर्चा ही मददगार साबित होती है। सेक्स की प्रक्रिया शारीरिक से ज़्यादा भावनात्मक होता है। भावनात्मक संबंध जितना गहरा होगा, शारीरिक संबंध उतना ही संतोषप्रद होगा।